- सोनौली सीमा पर मंगलवार को पकड़े गए चीनी नागरिक से पूछताछ में जांच एजेंसियों को हुई कठिनाई, चीन दूतावास से जानकारी लेने में जुटी भारतीय एजेंसियां
भारत-नेपाल की सोनौली सीमा पर मंगलवार को एक चीनी नागरिक पेंग मेनहुई को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करते हुए गिरफ्तार किया गया। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को पूछताछ में भाषाई समस्या का सामना करना पड़ा, क्योंकि पकड़ा गया चीनी नागरिक केवल चीनी भाषा में ही बात कर रहा था, जबकि भारतीय एजेंसियां अंग्रेजी, हिंदी और नेपाली भाषा का उपयोग कर रही थीं।
मामले की जानकारी:
एसएसबी (सुरक्षात्मक बल) के जवानों ने 66वीं बटालियन के तहत सीमा पर गश्त करते हुए पगडंडी मार्ग से आ रहे इस व्यक्ति को रोका। यह व्यक्ति साइकिल पर सवार था और उसके पीछे एक गद्दे जैसा सामान रखा हुआ था। एसएसबी के अधिकारियों ने जब पूछताछ की, तो पता चला कि वह चीन का नागरिक है। उसकी पहचान पेंग मेनहुई, निवासी डोंगटोंग ली टाउन, लोंगसांग कंट्री हूनन प्रदेश के रूप में हुई।
पकड़े गए व्यक्ति के पास भारतीय सीमा में प्रवेश करने के लिए कोई वैध कागजात नहीं थे और न ही उसने इसके बारे में कुछ स्पष्ट जानकारी दी।
भाषाई समस्या और समाधान:
चीन दूतावास से संपर्क करने और मामले में सही जानकारी लेने के प्रयास में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। भारतीय एजेंसियों ने अनुवादकों की मदद के लिए गोरखपुर और वाराणसी से भाषा विशेषज्ञ बुलवाए।
कानूनी कार्रवाई:
एसएसबी के अधिकारियों ने चीनी नागरिक के खिलाफ बिना वैध कागजात भारत में प्रवेश करने की धारा के तहत सोनौली थाने में मुकदमा दर्ज किया। गिरफ्तारी के बाद चीनी नागरिक को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा जाएगा और फिर उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।
सुरक्षा अधिकारियों के निर्देश:
अपर पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह ने बताया कि सरहद पर पगडंडी मार्गों पर निगरानी और जांच बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि ऐसे घटनाओं से निपटा जा सके।
इस मामले के साथ-साथ अन्य विदेशी घुसपैठ के मामलों में भी सुरक्षा एजेंसियों को अब तक ऐसी भाषाई समस्याएं नहीं आई थीं, लेकिन चीनी नागरिकों के मामलों में यह मुद्दा अक्सर जटिल हो जाता है।