काशी में देव दीपावली की भव्य शुरुआत: नमो घाट पर उपराष्ट्रपति करेंगे उद्घाटन
देव दीपावली के पावन अवसर पर काशी में एक बार फिर आस्था, सनातन संस्कृति और दिव्यता का अभूतपूर्व संगम देखने को मिलेगा। भगवान शिव द्वारा त्रिपुरासुर के संहार के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले इस पर्व पर गंगा के घाट 17 लाख दीपों की जगमगाहट से आलोकित होंगे। यह अलौकिक दृश्य देवताओं के स्वागत के लिए तैयार काशी को एक अद्वितीय रूप देगा।
देव दीपावली का शुभारंभ
शुक्रवार शाम को उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी नमो घाट पर दीप प्रज्वलन कर महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। इसके पश्चात काशी के 84 घाट, कुंड, सरोवर और मंदिर लाखों दीपों की रोशनी से जगमगाएंगे।
विशेष तैयारियां और आयोजन
- 84 घाटों की साज-सज्जा: हर घाट को उसकी विशिष्टता के अनुसार सजाया गया है। दशाश्वमेध घाट पर 20 क्विंटल फूलों से सजावट की गई है। यहां की महाआरती इस बार कारगिल के बलिदानियों को समर्पित होगी।
- मां गंगा की महाआरती: 21 अर्चक और 42 देव कन्याएं ऋद्धि-सिद्धि के रूप में आरती करेंगी। घाट पर डमरुओं और शंखों की ध्वनि गूंजेगी।
- विशेष पूजन और झांकियां: अहिल्याबाई घाट पर मां गंगा का विशेष पूजन और झांकी सजाई जाएगी।
- जैन घाट का संदेश: भगवान महावीर के सिद्धांतों पर आधारित “जीयो और जीने दो” एवं “अहिंसा परमो धर्म” के संदेश दीपों और अल्पनाओं के माध्यम से दिए जाएंगे।
आकर्षण का केंद्र
गंगा घाटों पर दीपों और पुष्पों से बनाई गई कलाकृतियां धर्म, संस्कृति और आदर्श का संदेश देंगी। इस वर्ष कुल 17 लाख दीपों की व्यवस्था की गई है, जिसमें से 3 लाख दीए गाय के गोबर से बने हैं।
विशेष पहल
महापर्व के दौरान गंगा की स्वच्छता और निर्मलता का संदेश भी दिया जाएगा। स्थानीय समितियों और संगठनों ने इस आयोजन में जनसहभागिता को प्रोत्साहित किया है।
वैश्विक आकर्षण
देव दीपावली के इस महापर्व में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और सैलानी काशी पहुंच चुके हैं। हर ओर दीपों और झालरों से सजी काशी, एक दुल्हन की तरह सज-धज कर सनातन संस्कृति का प्रकाश पूरे विश्व में फैला रही है।