ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने मुरादाबाद के कुंदरकी में 18 नवंबर को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांवड़ यात्रा को लेकर विवादित टिप्पणी की। अपने भाषण में उन्होंने कांवड़ियों को ‘हुड़दंगी’ करार देते हुए सावन के दौरान राष्ट्रीय राजमार्गों को बंद करने पर सवाल उठाए।
शौकत अली का बयान:
उन्होंने कहा, “सावन के महीने में दो महीने तक नेशनल हाईवे बंद कर दिए जाते हैं। पुलिस विभाग के लोग कांवड़ियों के पैर धोते हैं। कांवड़िए शराब पीते हैं, चिलम मारते हैं, और सड़कों पर हुड़दंग करते हैं।” उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “पुलिस विभाग उनके पैरों में मरहम लगाता है और हेलीकॉप्टर से फूल बरसाता है।”
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “यदि हम दो मिनट नमाज पढ़ लें तो यह आपत्ति का कारण बन जाता है। लेकिन कांवड़ियों को महीनों सड़कों पर रहने और तोड़फोड़ करने की छूट मिल जाती है। यह देश सबका है, केवल किसी एक का नहीं।”
भाजपा ने साधा निशाना:
AIMIM प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने AIMIM की विचारधारा को जहरीली बताते हुए कहा, “कांवड़ यात्रियों के विरुद्ध इस प्रकार की अभद्र टिप्पणी हिंदू समाज स्वीकार नहीं करेगा।” उन्होंने सपा और कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए पूछा कि “इस बयान पर सपा और कांग्रेस चुप क्यों हैं?”
AIMIM नेता ने दी सफाई:
बाद में मीडिया से बातचीत में शौकत अली ने कहा, “सावन के महीने में मुरादाबाद से लेकर गाजियाबाद तक सड़कें बंद रहती हैं। यदि कांवड़ियों को महीनों सड़कों पर चलने दिया जाता है, तो हमें भी दो मिनट नमाज पढ़ने की अनुमति मिलनी चाहिए। यह देश सबका है, केवल किसी एक वर्ग का नहीं।”