महिला आयोग के समन के बावजूद रणवीर, अपूर्वा और समय नहीं हुए पेश

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  • महिला आयोग द्वारा यूट्यूबर्स को तलब किया गया: ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो में अभद्र टिप्पणी के मामले में यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया, अपूर्वा मखीजा और समय रैना समेत कई यूट्यूबर्स को महिला आयोग ने तलब किया था।
  • किसी ने नहीं दिया बयान: तलब किए गए यूट्यूबर्स कोई भी बयान दर्ज कराने आयोग नहीं पहुंचे।
  • नई तारीख जारी: मामले में बयान दर्ज कराने के लिए महिला आयोग ने नई तारीख जारी की है।
  • सख्त कार्रवाई की चेतावनी: आयोग ने यूट्यूबर्स को चेतावनी दी है कि अगर वे आगामी तारीख पर बयान नहीं दर्ज कराते हैं, तो सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
  • फैमिली और महिला का सम्मान: इस मामले में परिवारों और महिलाओं की इज्जत को नुकसान पहुंचाने के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी गई है।

‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो में परिवार और महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक और अभद्र टिप्पणियों के मामले में महिला आयोग ने प्रमुख यूट्यूबर्स को तलब किया था। इस मामले में यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना और अपूर्वा मखीजा समेत कई अन्य कंटेंट क्रिएटर्स को महिला आयोग के समक्ष पेश होने के लिए बुलाया गया था। महिला आयोग ने 17 फरवरी, 2025 को दोपहर 12 बजे तक पेश होने के लिए सभी आरोपियों को तलब किया था, लेकिन महिला आयोग के अधिकारियों के मुताबिक, किसी भी यूट्यूबर ने आयोग के समक्ष पेश होकर अपना बयान दर्ज नहीं कराया।

महिला आयोग ने यह कदम उन यूट्यूबर्स के खिलाफ उठाया था, जिन पर यह आरोप था कि उन्होंने ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो में महिलाओं और परिवारों के खिलाफ अपमानजनक और अभद्र टिप्पणियां कीं। इस शो में टिप्पणियों के अलावा, कई मामलों में सार्वजनिक रूप से व्यक्त की गई बातें महिला आयोग के लिए गंभीर चिंता का विषय बनीं। इसके परिणामस्वरूप, महिला आयोग ने सभी संबंधित यूट्यूबर्स को तलब किया था, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस मामले की सही तरीके से जांच की जाए और महिलाओं का सम्मान बरकरार रखा जाए।

तलब किए गए यूट्यूबर्स में प्रमुख नाम
महिला आयोग ने इस मामले में कई प्रमुख यूट्यूबर्स और पब्लिक फिगर्स को तलब किया था, जिनमें रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना, अपूर्वा मखीजा, जसप्रीत सिंह, आशीष चंचलानी, तुषार पुजारी, सौरभ बोथरा, और बलराज घई शामिल थे। ये सभी कंटेंट क्रिएटर्स और पब्लिक फिगर्स अपने शो और वीडियो के जरिए व्यापक संख्या में दर्शकों तक पहुंचते हैं और उनके द्वारा की गई टिप्पणियों का प्रभाव समाज पर सीधा पड़ता है। महिला आयोग ने इन व्यक्तियों से अपनी अभद्र टिप्पणियों पर स्पष्टीकरण मांगा था।

महिला आयोग के अधिकारियों ने बताया कि यूट्यूबर्स को पहले ही इस मामले में नोटिस जारी किया गया था और 17 फरवरी को आयोग के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया था। हालांकि, किसी भी यूट्यूबर ने इस अवसर पर महिला आयोग के समक्ष अपना बयान दर्ज नहीं कराया।

यूट्यूबर्स द्वारा पेश न होने के कारण
महिला आयोग के अधिकारियों ने बताया कि यूट्यूबर्स ने निजी सुरक्षा, पूर्व यात्रा प्रतिबद्धताओं और अन्य व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए पेश नहीं होने का निर्णय लिया। हालांकि, आयोग ने इसे एक गंभीर मामले के रूप में लिया है और इसमें कार्रवाई को लेकर अब नई तारीख जारी की है। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि यूट्यूबर्स अगले अवसर पर भी पेश नहीं होते हैं, तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

महिला आयोग की प्रतिक्रिया
महिला आयोग ने इस मामले में यूट्यूबर्स को चेतावनी दी है कि यदि वे आगामी तारीख पर पेश होकर अपने बयान नहीं देते, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आयोग ने कहा कि इस प्रकार के शो और वीडियो में महिलाओं और परिवारों का अपमान करना समाज के लिए हानिकारक है और इसे सहन नहीं किया जाएगा। महिला आयोग ने यह भी कहा कि यह मामला केवल उन यूट्यूबर्स तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि महिलाएं और परिवारों का सम्मान किया जाना चाहिए।

महिला आयोग की प्रमुख ने कहा, “हम सभी यूट्यूबर्स से उम्मीद करते हैं कि वे अपनी जिम्मेदारी समझें और समाज में महिलाओं की इज्जत और सम्मान बनाए रखने के लिए अपना योगदान दें। इस प्रकार के अपमानजनक व्यवहार को हम किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे।”

महिला आयोग की ओर से आगामी कार्यवाही
महिला आयोग ने यूट्यूबर्स को अब एक और तिथि पर पेश होने के लिए कहा है। आयोग ने यह स्पष्ट किया है कि यूट्यूबर्स को फिर से सुनवाई के लिए आमंत्रित किया जाएगा और यदि वे पुनः पेश नहीं होते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। महिला आयोग ने यह भी कहा कि वह इस मामले को गंभीरता से ले रही है और यूट्यूबर्स के बयान दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

समाज में महिलाओं के सम्मान की रक्षा
महिला आयोग ने इस मामले में अपने कड़े रुख को फिर से स्पष्ट करते हुए कहा कि समाज में महिलाओं का सम्मान सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। आयोग ने इस प्रकार के शो और कंटेंट क्रिएटर्स को समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रेरित किया है और कहा है कि किसी भी प्रकार के अपमानजनक या अभद्र बयानों से महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाना गलत है।

महिला आयोग ने यह भी जोड़ा कि वह महिला अधिकारों के उल्लंघन को लेकर गंभीर है और ऐसे मामलों में संज्ञान लेकर उचित कदम उठाएगा।

अंतिम शब्द
महिला आयोग ने इस मामले को न केवल महिला अधिकारों के लिहाज से, बल्कि समाज के समग्र सम्मान के लिहाज से भी गंभीरता से लिया है। यूट्यूबर्स और अन्य पब्लिक फिगर्स से अपेक्षित है कि वे समाज में अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए महिलाओं के सम्मान को बनाए रखें। यह मामला एक संकेत है कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी प्रकार के अपमानजनक व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और महिला आयोग इस मामले में पूरी तरह से कड़ा रुख अपनाएगा।

आयोग ने मामले की अगली तारीख की घोषणा की है और उम्मीद जताई है कि इस बार सभी संबंधित यूट्यूबर्स पेश होकर अपना बयान दर्ज कराएंगे।

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