कानपुर –सुप्रसिद्ध कथावाचक पंडित देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने कानपुर में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करते हुए विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने भारत की मौजूदा स्थिति को बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल से तुलनीय बताते हुए हिंदुओं, विशेषकर दलित महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों पर गहरी चिंता जताई।
देवकीनंदन महाराज ने कहा, “भारत की स्थिति अब बांग्लादेश और बंगाल जैसी हो गई है। वहां का माहौल, परिस्थितियां और अत्याचार अब यहां भी दिख रहे हैं। हमें सोचना होगा कि कब तक हम भागते रहेंगे और अपने धर्म को दांव पर लगाएंगे।” उन्होंने ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, राहुल गांधी और सोनिया गांधी से अपील की कि वे अपनी पार्टी और विचारधारा से ऊपर उठकर हिंदू और देश की सुरक्षा के लिए एकजुट हों। उन्होंने चेतावनी दी, “अगर हिंदू नहीं बचेगा, तो देश नहीं बचेगा। फिर आप नेता कैसे बन पाएंगे?”
पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने वहां हो रहे अत्याचारों को उजागर किया और कहा कि सबसे ज्यादा शिकार दलित महिलाएं हो रही हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि भागना समस्याओं का समाधान नहीं, बल्कि इसके लिए जवाब देना होगा।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज के विवादित बयान पर तंज कसते हुए महाराज ने कहा, “ऐसे छुटभैये नेताओं की बातों पर मैं ज्यादा ध्यान नहीं देता। उनकी सोच है, पहले अपना घर खुदवा लें, फिर कहीं कुछ निकलेगा तो हम वहां भी मंदिर बनवा देंगे।” यह बयान सरोज की उस टिप्पणी के जवाब में था, जिसमें उन्होंने मंदिरों की शक्ति पर सवाल उठाया था।
देवकीनंदन महाराज ने सभी से एकजुट होकर देश और धर्म की रक्षा करने का आह्वान किया और कहा कि यह समय विचारधारा से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में काम करने का है। उनके इस बयान ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है।