- उत्तर प्रदेश के मथुरा रेलवे स्टेशन पर जीआरपी पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई।
- शातिर चोर गिरफ्तार, जिसकी असलियत जानकर पुलिस भी रह गई दंग।
- चोर के पास से रेल यात्रियों का कीमती सामान और नकदी बरामद।
- आरोपी ने कबूला – बेरोजगारी के चलते अपराध की राह पकड़ी।
- जीआरपी ने किया खुलासा – आरोपी ने कई ट्रेनों में यात्रियों को बनाया था निशाना।
- पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, अदालत में पेश कर भेजा गया न्यायिक हिरासत में।
मथुरा, उत्तर प्रदेश – उत्तर प्रदेश के मथुरा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहाँ जीआरपी पुलिस ने एक ऐसे हाई-प्रोफाइल चोर को गिरफ्तार किया है जिसकी कहानी किसी फिल्म की स्क्रिप्ट जैसी प्रतीत होती है। गिरफ्तार आरोपी का नाम फरहान तासीर है, जो कि उड़ीसा का रहने वाला है और एक समय पर देश की प्रतिष्ठित कंपनियों में मैनेजर पद पर कार्यरत था।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि और करियर
फरहान तासीर ने बैंगलुरु की क्राइस्ट यूनिवर्सिटी से बी.टेक और एम.टेक (मैकेनिकल) की डिग्री प्राप्त की है, साथ ही पुणे की सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी से एमबीए भी किया है। एक समय वह दिल्ली की एक निजी कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत था। लेकिन कोविड महामारी के दौरान नौकरी चली जाने के बाद उसकी ज़िंदगी ने एक नया, अपराध की ओर मोड़ ले लिया।
अपराध की शुरुआत
9 फरवरी को फरहान तासीर दिल्ली से आगरा जा रही एक ट्रेन में बिना टिकट चढ़ा। टिकट चेकिंग के दौरान टीटी को ₹500 रिश्वत देकर एसी कोच में प्रवेश किया। ट्रेन में उसने एक डॉक्टर का मोबाइल फोन, पर्स और एटीएम कार्ड चुरा लिया। बाद में कार्ड का पासवर्ड पता लगाकर ₹1.26 लाख की नकदी भी निकाल ली।
गिरफ्तारी और बरामदगी
डॉक्टर की शिकायत पर मथुरा जीआरपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की और तकनीकी सर्विलांस के माध्यम से फरहान को उड़ीसा से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसके पास से ₹50,000 नकद भी बरामद किए हैं।
पुलिस की प्रतिक्रिया
एसपी जीआरपी ने बताया कि,
“फरहान तासीर की शैक्षिक योग्यता बेमिसाल है, लेकिन उसने गलत रास्ता चुन लिया। बेरोजगारी के चलते अपराध की दुनिया में कदम रखना न केवल उसके लिए, बल्कि समाज के लिए भी चिंताजनक है। मामले की गहन जांच जारी है।”
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि फरहान ने इस तरह की और घटनाओं को अंजाम दिया है या नहीं।