- निर्माणाधीन हाईवे पर चढ़ी कार: गूगल मैप के निर्देशों पर चलते हुए कार चालक निर्माणाधीन हाईवे पर पहुंच गए।
- सुरक्षा में कमी: सड़क पर रिफ्लेक्टिंग बोर्ड की अनुपस्थिति और अंधेरे के कारण कार मिट्टी के ढेर से टकरा गई।
- दुर्घटना की वजह: गलत दिशा-निर्देश और निर्माणाधीन सड़क पर सुरक्षा संकेतों की कमी हादसे का मुख्य कारण बनी
शुक्रवार रात मथुरा-बरेली निर्माणाधीन हाईवे पर एक गंभीर दुर्घटना में दो लोग घायल हो गए। यह हादसा गूगल मैप की गलत दिशा-निर्देश और हाईवे पर सुरक्षा संकेतकों की कमी के कारण हुआ।
घटना का विवरण
बरेली निवासी विमलेश श्रीवास्तव और कुशल कुमार मथुरा की ओर जा रहे थे। सिकंदराराऊ से मथुरा की यात्रा के दौरान गूगल मैप ने उन्हें सर्विस रोड के बजाय निर्माणाधीन हाईवे पर चढ़ा दिया। अंधेरे और रिफ्लेक्टिंग संकेतकों की अनुपस्थिति के कारण उनकी कार मिट्टी के ढेर से टकरा गई।
- कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त: इस हादसे में उनकी कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
- दो लोग घायल: दोनों यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए।
एनएचएआई की लापरवाही उजागर
हादसे के बाद विमलेश श्रीवास्तव ने बताया कि हाथरस जंक्शन क्षेत्र में निर्माणाधीन हाईवे पर कोई रिफ्लेक्टिंग संकेतक नहीं थे, जिससे यह दुर्घटना हुई। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि एनएचएआई की लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं।
एक और हादसा टला
इसी हाईवे पर मथुरा रोड के पास एक खाली ऑयल टैंकर अनियंत्रित होकर नाले में गिर गया। गनीमत रही कि टैंकर खाली था, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
स्थानीय नागरिकों की मांग
स्थानीय निवासियों और यात्रियों ने प्रशासन और एनएचएआई से निम्नलिखित कदम उठाने की अपील की है:
- निर्माणाधीन हाईवे पर पर्याप्त रिफ्लेक्टिंग संकेतक और दिशा-निर्देश स्थापित किए जाएं।
- गूगल को गलत दिशा-निर्देशों को सुधारने के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया जाए।
- हाईवे पर सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू किया जाए।
सुरक्षा में सुधार की आवश्यकता
यह घटना हाईवे पर सुरक्षा और डिजिटल मैपिंग के बीच सामंजस्य की आवश्यकता को रेखांकित करती है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे।