1. गुजरात एसटीएफ ने अब्दुल रहमान को आतंकवादी बताकर हरियाणा से किया गिरफ्तार।
  2. मां आशमीन का दावा – ‘बचपन में हुआ था हार्ट ऑपरेशन, उसका दिल कमजोर है, वह आतंकवादी नहीं हो सकता।’
  3. गिरफ्तारी के बाद गुजरात एटीएस और हरियाणा एसटीएफ की संयुक्त टीम ने मंजनाई गांव में की छानबीन।
  4. परिवार का कहना – अब्दुल निर्दोष है, उसे गलत तरीके से फंसाया जा रहा है।
  5. जांच एजेंसियां मामले की गहराई से पड़ताल में जुटीं, आगे की कानूनी कार्रवाई जारी।

नई दिल्ली – गुजरात एसटीएफ ने हरियाणा के मंजनाई गांव से अब्दुल रहमान को आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के बाद रहमान के परिवार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उसकी मां आशमीन ने दावा किया कि उसका बेटा निर्दोष है और बचपन से ही उसका दिल कमजोर है। उन्होंने कहा, “उसका हार्ट ऑपरेशन गुजरात में हुआ था, वह आतंकवादी कैसे बन सकता है?”

परिवार और पड़ोसियों की प्रतिक्रिया

परिजनों का कहना है कि अब्दुल रहमान धार्मिक प्रवृत्ति का था और पांच वक्त की नमाज पढ़ता था। वह तब्लीगी जमात और मरकज में शामिल होकर इस्लाम धर्म का प्रचार-प्रसार करता था और हमेशा अच्छे कार्य करने की बात करता था। उसके पिता अबू बकर, जो आर्थिक तंगी के बीच अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं, ने कहा कि उन्हें कभी इस बात का अंदेशा नहीं था कि उनके बेटे पर आतंकी होने का आरोप लगेगा।

गुजरात एटीएस और हरियाणा एसटीएफ की छापेमारी

अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद गुजरात एटीएस और हरियाणा एसटीएफ की संयुक्त टीम रविवार रात ही मंजनाई गांव पहुंची। टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से उसके घर की तलाशी ली और माता-पिता से गहन पूछताछ की। परिजनों ने बताया कि रहमान नौकरी के सिलसिले में दिल्ली गया हुआ था और चार मार्च को वापस आने वाला था। पुलिस टीम ने घर से कापी-किताबें, महत्वपूर्ण दस्तावेज और वीडियो बनाने का उपकरण जब्त किया। रहमान के पिता अबू बकर को सुबह थाने ले जाया गया और पूछताछ के बाद दोपहर में छोड़ दिया गया। टीम ने उनका मोबाइल भी जब्त कर लिया है।

जांच एजेंसियों की सक्रियता और सुरक्षा अलर्ट

गुजरात एटीएस और एसटीएफ की सक्रियता के बाद जिले की खुफिया एजेंसियां और पुलिस टीम सतर्क हो गई हैं। इस गिरफ्तारी के बाद अयोध्या और आसपास के इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों की नजर तेज हो गई है। मरकज और तब्लीगी जमात से जुड़े अन्य युवाओं की गतिविधियों की भी छानबीन की जा रही है।

आतंकी साजिश की आशंका और सुरक्षा एजेंसियों की जांच

अयोध्या पहले से ही आतंकी संगठनों के निशाने पर रहा है। राम मंदिर निर्माण के बाद से ऐसी आशंका जताई जा रही है कि आतंकी संगठन यहां अशांति फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि अब्दुल रहमान को किसी साजिश के तहत तैयार किया जा रहा था, लेकिन उनकी सक्रियता से यह मंसूबा विफल हो गया।

तब्लीगी जमात और मरकज से जुड़े युवाओं की जांच होगी

मंजनाई गांव के अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके संपर्कों की जांच शुरू कर दी है। मिल्कीपुर क्षेत्राधिकारी श्रीयश त्रिपाठी ने बताया कि रहमान के साथ जुड़े अन्य लोगों, तब्लीगी जमात और मरकज में जाने वाले युवाओं के क्रियाकलापों की छानबीन की जा रही है। पुलिस उनके व्यापार, रोजगार और सामाजिक गतिविधियों का भी भौतिक सत्यापन करेगी।

इस पूरे मामले में आगे की जांच जारी है और सुरक्षा एजेंसियां हर एंगल से पड़ताल कर रही हैं।

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