बुढ़ापे में भी दिखें जवान! अपनाएं ये दो खास योगासन और पाएं शानदार नतीजे

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  • 40-45 की उम्र वालों के लिए जरूरी योगासन – दिनचर्या में करें शामिल।
  • नियमित अभ्यास से बढ़ती उम्र को दें मात – रहें लंबे समय तक जवान और स्वस्थ।
  • एंटी-एजिंग के लिए रामबाण – ये दो योगासन देंगे बेहतरीन फायदे।
  • बुढ़ापे के लक्षण होंगे कम – त्वचा, हड्डियों और ऊर्जा स्तर पर असरदार।
  • सिर्फ कुछ मिनटों का अभ्यास – बेहतर सेहत और युवा दिखने का आसान तरीका!

बढ़ती उम्र का असर चेहरे और शरीर पर साफ नजर आने लगता है, लेकिन अगर आप चाहते हैं कि ऐसा न हो, तो आपको खान-पान, दिनचर्या और मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। बुढ़ापे में जवान और ऊर्जावान दिखने के लिए कुछ योगासन बेहद मददगार साबित हो सकते हैं। सही योगासन न सिर्फ आपकी त्वचा को जवान बनाए रखता है बल्कि शरीर को लचीला और ऊर्जावान भी बनाए रखता है।

40-45 की उम्र के लोग इन योगासनों को अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करें। नियमित अभ्यास से आप लंबे समय तक जवान और स्वस्थ दिख सकते हैं। यहां हम आपको दो बेहद प्रभावी योगासनों के बारे में बता रहे हैं, जो एंटी-एजिंग के लिए फायदेमंद हैं।

1. शीर्षासन: बढ़ती उम्र में भी रखें चेहरे की चमक बरकरार

शीर्षासन को युवावस्था बनाए रखने के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। यह आसन चेहरे की चमक बढ़ाने के साथ-साथ मानसिक शांति भी देता है।

कैसे करें शीर्षासन?
  • सबसे पहले योगा मैट पर घुटनों के बल बैठें।
  • अपने हाथों को आपस में जोड़कर सिर के पास रखें।
  • धीरे-धीरे सिर का वजन हाथों पर डालते हुए पैरों को ऊपर उठाएं।
  • पूरे शरीर को सीधा रखते हुए संतुलन बनाएं।
  • कुछ सेकंड तक इस मुद्रा में रहें और फिर धीरे-धीरे वापस आएं।
शीर्षासन के स्वास्थ्य लाभ
  • रक्त संचार बढ़ता है, जिससे चेहरे पर चमक आती है।
  • झुर्रियां कम होती हैं, त्वचा में कसाव आता है।
  • बाल घने और मजबूत होते हैं क्योंकि सिर की ओर रक्त प्रवाह बढ़ता है।
  • मानसिक शांति मिलती है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है।
2. भुजंगासन: शरीर को बनाएं लचीला और ऊर्जावान

भुजंगासन न केवल रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है, बल्कि त्वचा को भी निखारता है। यह बुढ़ापे में शरीर को फुर्तीला बनाए रखने में सहायक है।

कैसे करें भुजंगासन?
  • पेट के बल लेट जाएं और हाथों को कंधों के पास रखें।
  • धीरे-धीरे सिर और छाती को ऊपर उठाएं।
  • कोहनियों को थोड़ा मोड़कर रखें और सिर को आसमान की ओर करें।
  • कुछ सेकंड तक इस स्थिति में रहें और फिर वापस आएं।
भुजंगासन के स्वास्थ्य लाभ
  • रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है, जिससे शरीर लचीला रहता है।
  • त्वचा में निखार आता है, जिससे आप युवा दिखते हैं।
  • पाचन तंत्र मजबूत बनता है, जिससे उम्र बढ़ने के साथ पेट की समस्याएं कम होती हैं।
  • सांस की समस्याओं में राहत मिलती है, और फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है।
महत्वपूर्ण नोट:

यह लेख योग विशेषज्ञों के सुझावों पर आधारित है। योगासनों की सही स्थिति और अभ्यास से जुड़ी विस्तृत जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें।

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