- नासा (NASA) के अंतरिक्ष यात्री डॉन पेटिट (Don Pettit) ने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) से ली गई महाकुंभ की अद्भुत तस्वीर साझा की।
- तस्वीर में संगम नगरी प्रयागराज प्रकाश से जगमगाती नजर आ रही है।
- 26 जनवरी 2025 तक 13.21 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगा चुके हैं।
- श्रद्धालुओं की संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है।
- महाकुंभ 2025 को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने में यह तस्वीर महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
- सोशल मीडिया पर तस्वीर को व्यापक सराहना और वैश्विक ध्यान मिल रहा है।
दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम महाकुंभ 2025 में भाग लेने के लिए त्रिवेणी संगम पर श्रद्धालुओं का पहुंचना लगातार जारी है। उत्तर प्रदेश सूचना विभाग के अनुसार, 26 जनवरी 2025 तक 13.21 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे आयोजन की भव्यता और दिव्यता और भी अधिक बढ़ गई है।
इस बीच, नासा (NASA) के अंतरिक्ष यात्री डॉन पेटिट (Don Pettit) ने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) से महाकुंभ की एक अद्भुत तस्वीर साझा की है। तस्वीर में संगम नगरी प्रयागराज प्रकाश से जगमगाती नजर आ रही है। यह तस्वीर न केवल महाकुंभ की महत्ता को दर्शाती है, बल्कि इसे विश्व स्तर पर पहचान दिलाने में भी सहायक है।

मौनी अमावस्या पर महासुरक्षा
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसे देखते हुए सुरक्षा को लेकर एक महाप्लान तैयार किया गया है। सुरक्षा, यातायात और भीड़ प्रबंधन के लिए जल, थल और नभ से निगरानी की व्यवस्था की गई है। संगम तट को नो-फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है। बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध है, और यदि कोई ड्रोन उड़ता है, तो उसे एंटी ड्रोन सिस्टम द्वारा निष्क्रिय कर दिया जाएगा। इसके साथ ही, टीथर ड्रोन की सहायता से सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को सुदृढ़ किया जा रहा है।
सुरक्षा के लिए चक्रीय घेरा
भानु भास्कर, एडीजी जोन व नोडल महाकुंभ मेला ने बताया कि महाकुंभ मेले के लिए सात चक्रीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है।
- एआई तकनीक युक्त सीसीटीवी कैमरे: प्रमुख स्थानों पर एआई तकनीक से युक्त कैमरे लगाए गए हैं, जो संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेंगे।
- प्रवेश मार्गों की जांच: सभी प्रवेश मार्गों पर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की जांच के लिए कड़ी निगरानी की जा रही है।
- सुरक्षा कर्मियों की तैनाती: सुरक्षाकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ उनकी सहायता भी कर सकें।
श्रद्धालुओं की सुविधा पर जोर
संगम नगरी में देश-विदेश से आने वाले हर श्रद्धालु की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सुगम और सुरक्षित यातायात के लिए कई स्तरीय योजनाएं लागू की गई हैं।
महाकुंभ 2025 न केवल आध्यात्मिकता का केंद्र बना हुआ है, बल्कि इसे अत्याधुनिक तकनीक और सुदृढ़ प्रबंधन के माध्यम से एक सुरक्षित और सुव्यवस्थित आयोजन में बदल दिया गया है।