- आर्टिस्टिक ग्रुप पुरुष वर्ग में उत्तराखंड ने जीता स्वर्ण पदक
- राष्ट्रीय योगासन प्रतियोगिता: पश्चिम बंगाल बना ओवरऑल चैंपियन
- पश्चिम बंगाल ने तीन स्वर्ण, एक रजत के साथ पदक तालिका में पहला स्थान हासिल किया
- उत्तराखंड की टीम ने शानदार प्रदर्शन कर आर्टिस्टिक ग्रुप पुरुष वर्ग में स्वर्ण पर कब्जा जमाया
- योगासन प्रतियोगिता में पश्चिम बंगाल का दबदबा, उत्तराखंड ने भी दिलाया स्वर्ण पदक का गौरव
हेमवती नंदन बहुगुणा स्पोर्ट्स स्टेडियम में मंगलवार को 38वें राष्ट्रीय खेलों की योगासन प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों के फाइनल मुकाबले संपन्न हुए। उत्तराखंड की टीम ने आर्टिस्टिक ग्रुप पुरुष वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। योगासन प्रतियोगिता में पश्चिम बंगाल ने ओवरऑल चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। पश्चिम बंगाल ने तीन स्वर्ण और एक रजत पदक के साथ पदक तालिका में पहला स्थान प्राप्त किया।
हरियाणा ने एक स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य पदकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि उत्तराखंड ने एक स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक जीतकर तीसरे स्थान पर अपनी जगह बनाई। पंजाब ने एक कांस्य पदक जीतकर पदक तालिका में सबसे निचले स्थान पर रहा।
मुख्य परिणाम: राष्ट्रीय योगासन प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों में विजेता रहे टीमें:
- आर्टिस्टिक ग्रुप पुरुष वर्ग – उत्तराखंड (स्वर्ण पदक)
- आर्टिस्टिक योगासन एकल महिला वर्ग – पश्चिम बंगाल (स्वर्ण पदक)
- आर्टिस्टिक योगासन ग्रुप महिला वर्ग – महाराष्ट्र (स्वर्ण पदक)
- रिदमिक पेयर पुरुष वर्ग – चंडीगढ़ (स्वर्ण पदक)
- रिदमिक पेयर महिला वर्ग – पश्चिम बंगाल (स्वर्ण पदक)
- ट्रेडिशनल योगासन पुरुष वर्ग – गोवा (स्वर्ण पदक)
पदक तालिका:
राज्य | स्वर्ण | रजत | कांस्य | स्थान |
---|---|---|---|---|
पश्चिम बंगाल | 3 | 1 | 0 | 1 |
हरियाणा | 1 | 3 | 2 | 2 |
उत्तराखंड | 1 | 3 | 1 | 3 |
महाराष्ट्र | 1 | 2 | 1 | 4 |
उत्तर प्रदेश | 1 | 1 | 1 | 5 |
छत्तीसगढ़ | 1 | 0 | 1 | 6 |
चंडीगढ़ | 1 | 0 | 0 | 7 |
गोवा | 1 | 0 | 0 | 8 |
तमिलनाडु | 0 | 1 | 1 | 9 |
बिहार | 0 | 1 | 0 | 10 |
कर्नाटक | 0 | 0 | 2 | 11 |
राजस्थान | 0 | 0 | 2 | 12 |
पंजाब | 0 | 0 | 1 | 13 |
38वें राष्ट्रीय खेलों की योगासन प्रतियोगिता में उत्तराखंड ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से योग की महत्ता को दर्शाया और राज्य का गौरव बढ़ाया। यह प्रतियोगिता खिलाड़ियों के लिए अपनी प्रतिभा को निखारने और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ने का बेहतरीन अवसर बनी।