प्रयागराज – संगम नगरी प्रयागराज के उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NCZCC) द्वारा इस वर्ष भी गर्मी की छुट्टियों को रचनात्मकता से भरने के लिए एक विशेष ग्रीष्मकालीन कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला आगामी 24 मई 2025 से आरंभ होकर 22 जून 2025 तक चलेगी।

वर्कशाप का उद्देश्य बच्चों को भारतीय कला, संगीत, नृत्य, नाट्य, चित्रकला, हस्तशिल्प, और अन्य पारंपरिक कलाओं से रूबरू कराना है, ताकि वे न केवल अपनी प्रतिभा को निखार सकें बल्कि भारतीय संस्कृति से भी गहराई से जुड़ सकें।केंद्र निदेशक आशिस गिरि ने बताया कि “हर वर्ष की तरह इस बार भी कार्यशाला में अनुभवी कलाकार और प्रशिक्षक बच्चों को प्रशिक्षित करेगें।

यह आयोजन केवल प्रशिक्षण का नहीं बल्कि सांस्कृतिक चेतना का उत्सव होगा।”
कार्यशाला में भाग लेने के लिए 8 से 16 वर्ष के आयु वर्ग के प्रतिभागी पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण प्रक्रिया 21 अप्रैल से शुरू होगी और स्थान सीमित होने के कारण ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर प्रवेश मिलेगा।

इस कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा हरियाणवी लोकनृत्य, कथक, संस्कार लोकगीत, चित्रकला एवं शिल्पकला की 15 दिवसीय और प्रस्तुतिपरक रंगमंच का 30 दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इसमें प्रतिभाग करने के लिए 8 से 16 साल तक की उम्र निर्धारित की गई है तथा आवेदन आनलाइन व ऑफलाइन कर सकते हैं।आवेदन की अंतिम तिथि 22 मई, 2025 है। सभी विषय की कार्यशाला का अलग-अलग शुल्क निर्धारित है। पिछले वर्षों में भी यह कार्यशाला छात्रों और अभिभावकों में अत्यधिक लोकप्रिय रही है। इस बार भी कार्यशाला के अंत में एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रतिभागी अपने सीखे हुए कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
पंजीकरण और अधिक जानकारी के लिए एनसीजेडसीसी की आधिकारिक वेबसाइट या कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।

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