उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक और ऐतिहासिक खोज की खबर सामने आई है, जिसे सनातन इतिहास का अहम सबूत माना जा रहा है। यहां एक नई बावड़ी मिली है, जिसे राजा पृथ्वीराज चौहान की सेना के ठिकाने के रूप में पहचाना जा रहा है। यह बावड़ी कई मंजिला बताई जा रही है, और स्थानीय लोग मानते हैं कि यह राजा पृथ्वीराज चौहान की राजधानी का एक हिस्सा हो सकता है।
संभल में ऐतिहासिक बावड़ी का खोजना
संभल जिले के जामा मस्जिद से मात्र 3 किलोमीटर दूर खेतों के बीच स्थित इस बावड़ी में फिलहाल दो मंजिलें दिखाई दे रही हैं, जबकि बाकी का हिस्सा जमीन के नीचे धंसा हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले उन्होंने पांच मंजिल तक इस बावड़ी को देखा था। यह बावड़ी उस समय की सैन्य जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई थी, जब सेनाओं को आराम करने और सुरक्षा के लिए ठहरने के स्थान की आवश्यकता होती थी।
इतिहास से जुड़ी अहम खोज
गौरतलब है कि संभल एक ऐतिहासिक नगरी है, जहां अतीत से जुड़े कई राज दफन हैं। कुछ समय पहले चंदौसी में भी एक बावड़ी की खोज हुई थी, और अब संभल में मिली इस बावड़ी को भी उसी संदर्भ में देखा जा रहा है। यह अनुमान जताया जा रहा है कि यह बावड़ी सम्राट पृथ्वीराज चौहान के समय में उनकी सैन्य टुकड़ियों के आराम करने के लिए बनाई गई थी।
संभल जिला प्रशासन की ओर से मुआयना
संभल जिला प्रशासन इस बावड़ी के महत्व को समझते हुए जल्द ही इसका मुआयना कर सकता है। प्रशासन इस बावड़ी की खुदाई और अध्ययन की प्रक्रिया को शीघ्र प्रारंभ करने की योजना बना रहा है, ताकि इस ऐतिहासिक स्थल के बारे में और जानकारी मिल सके।