• बिजनौर में शादी समारोह के दौरान जूता चुराई की रस्म बनी विवाद की वजह।
  • सालियों ने नेग में मांगे ज्यादा पैसे, दूल्हे ने कहा – “तू तो भिखारी है”।
  • मीठी नोकझोंक ने लिया गंभीर मोड़, बात हाथापाई तक पहुंच गई।
  • सालियों ने दूल्हे और बारातियों की जमकर की पिटाई।
  • शादी की खुशियां झगड़े में तब्दील, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल।

बिजनौर जनपद के नजीबाबाद थाना क्षेत्र स्थित गढ़मलपुर गांव में एक विवाह समारोह उस समय हंगामे का केंद्र बन गया जब जूता चुराई की परंपरा ने दोनों पक्षों के बीच तनाव उत्पन्न कर दिया। मामूली रस्म में शुरू हुआ यह विवाद मारपीट और पुलिस थाने तक पहुंच गया, जिसके चलते दूल्हा अपनी दुल्हन लिए बिना लौट गया।

घटना देहरादून के चकराता निवासी निसार अहमद के बेटे मोहम्मद साबिर की शादी से जुड़ी है, जिसकी शादी नजीबाबाद के गढ़मलपुर निवासी खुर्शीद की बेटी से तय हुई थी। शनिवार को बारात देहरादून से गढ़मलपुर पहुंची और निकाह की रस्में पूरी की गईं। इसके बाद जब जूता चुराई की रस्म हुई, तो लड़की पक्ष ने जूता लौटाने के लिए 50 हजार रुपये की मांग की।

दूल्हे पक्ष ने इस मांग को अत्यधिक बताया और केवल 5 हजार रुपये देने को तैयार हुए। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में बहस शुरू हुई, जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई। आरोप है कि लड़की पक्ष ने दूल्हे मोहम्मद साबिर, उनके पिता, भाई और अन्य परिजनों को कमरे में बंद कर पीटा।

थाना पहुंचा मामला, विदाई रुकी

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को थाने बुलाकर पूछताछ की गई। विवाद इतना बढ़ा कि विदाई की रस्म भी रुक गई और बारात को बिना दुल्हन के वापस लौटना पड़ा।

दुल्हन पक्ष ने लगाए दहेज के आरोप

वहीं लड़की पक्ष ने आरोप लगाया कि दूल्हा पक्ष ने शादी के बाद दहेज में स्विफ्ट कार की मांग की थी। उन्होंने दो लाख रुपये का चेक भी सौंपा, लेकिन जब अपशब्दों का प्रयोग शुरू हुआ तो मामला उग्र हो गया। दोनों परिवारों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं और पुलिस द्वारा मामले की जांच जारी है।

स्थानीय पुलिस कर रही है जांच

नजीबाबाद थाना प्रभारी के अनुसार, दोनों पक्षों की शिकायतें दर्ज की जा रही हैं और कानूनी प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

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