• भव्य निर्माण पर अब तक 2150 करोड़ रुपये खर्च – अयोध्या राम मंदिर निर्माण में अब तक कुल 2150 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है।
  • ट्रस्ट की अहम बैठक में खुलासा – श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक के बाद चंपतराय ने इस जानकारी को साझा किया।
  • सरकार को करोड़ों का राजस्व योगदान – ट्रस्ट ने जीएसटी और अन्य करों के रूप में 396 करोड़ रुपये सरकार को दिए।
  • भव्यता और भक्ति का संगम – निर्माण कार्य लगातार प्रगति पर है, जिसमें दर्शन, सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
  • आर्थिक समर्पण का प्रतीक बना राम मंदिर – श्रद्धालुओं के दान और ट्रस्ट के प्रयासों से भव्य राम मंदिर निर्माण में ऐतिहासिक योगदान दिया जा रहा है।

अयोध्या – अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण तेज़ी से अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। अब तक इस भव्य मंदिर के निर्माण और अन्य संबंधित कार्यों पर कुल 2150 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। यह जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने मणिरामदास जी की छावनी में हुई ट्रस्ट की अहम बैठक के बाद साझा की।

ट्रस्ट ने सरकार को 396 करोड़ रुपये का भुगतान किया

ट्रस्ट के अनुसार, अब तक जीएसटी, टीडीएस और अन्य सरकारी मदों में कुल 396 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है, जिसमें शामिल हैं:

  • जीएसटी – 272 करोड़ रुपये
  • टीडीएस – 39 करोड़ रुपये
  • लेबर सेस – 14 करोड़ रुपये
  • ईएसआई (इंप्लाइज स्टेट इंश्योरेंस) – 7.4 करोड़ रुपये
  • बीमा प्रीमियम – 4 करोड़ रुपये
  • अयोध्या विकास प्राधिकरण को नक्शे के लिए – 5 करोड़ रुपये
  • अयोध्या में जमीन खरीदने पर स्टांप शुल्क – 29 करोड़ रुपये
  • बिजली बिल – 10 करोड़ रुपये
  • रॉयल्टी (राजस्थान, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और यूपी सरकारों को) – 14.9 करोड़ रुपये

गौरतलब है कि मंदिर निर्माण के लिए पूरी आर्थिक सहायता समाज से मिली है और सरकार की ओर से कोई भी आर्थिक मदद नहीं ली गई है।

राम मंदिर निर्माण कार्य 96% पूरा, 25 जून तक पूर्ण होने की उम्मीद

ट्रस्ट महासचिव चंपतराय ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर 96 प्रतिशत बनकर तैयार हो चुका है और 25 जून तक निर्माण कार्य पूरी तरह समाप्त होने की उम्मीद है।

अन्य निर्माण कार्यों की स्थिति:

  • परकोटा – 70% पूरा
  • सप्त मंदिर – मई तक पूर्ण होने की संभावना
  • शेषावतार मंदिर – 40% कार्य पूरा, अगस्त तक पूरा होने की उम्मीद
राम जन्मोत्सव पर सूर्य तिलक की विशेष व्यवस्था

ट्रस्ट ने तकनीकी दृष्टि से यह सुनिश्चित किया है कि 6 अप्रैल को राम जन्मोत्सव के दिन दोपहर 12 बजे से 4 मिनट तक रामलला के विग्रह का सूर्य तिलक होगा। इस विशेष आयोजन के लिए वैज्ञानिक और तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली गई है।

रामलला को मिली 944 किलो चांदी की भेंट

पिछले 5 वर्षों में श्रद्धालुओं द्वारा 944 किलो चांदी रामलला को भेंट की गई है। इस चांदी की केंद्र सरकार की मिंट संस्था से जांच कराई गई, जिसमें 92% शुद्धता पाई गई। यह चांदी 20-20 किलो की ईंटों में ढालकर ट्रस्ट ने बैंक के लॉकर में सुरक्षित रखवाई है।

अब नहीं होगा कोई मुख्य पुजारी

महासचिव चंपतराय ने घोषणा की कि राम मंदिर में अब कोई मुख्य पुजारी नहीं होगा। पूर्व मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्रदास जी के 12 फरवरी को साकेतवास के बाद यह पद समाप्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब कोई भी पुजारी उनकी आयु, विद्वता, सम्मान और रामलला के प्रति उनके समर्पण के बराबर नहीं है।

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण तेज़ी से अपने अंतिम चरण में है और 25 जून तक इसके पूर्ण होने की उम्मीद जताई जा रही है। मंदिर निर्माण में समाज से मिला सहयोग ही इसकी सबसे बड़ी ताकत बना। ट्रस्ट की पारदर्शिता और समर्पण इस ऐतिहासिक मंदिर को एक नई पहचान दे रहे हैं।

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