- गाजियाबाद में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए फ्लैटेड फैक्ट्री योजना शुरू
- बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र में बहुमंजिला फैक्ट्री इकाइयों की स्थापना का प्रस्ताव
- युवाओं को स्वरोजगार के लिए मिलेगा नया प्लेटफॉर्म
- केंद्र सरकार की सहायता से शुरू हो रही योजना से क्षेत्रीय आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
- छोटे उद्यमियों को कम लागत पर व्यापार शुरू करने का मिलेगा मौका
गाजियाबाद: औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और युवाओं को स्वरोजगार एवं रोजगार के नए अवसर देने के उद्देश्य से फ्लैटेड फैक्ट्री योजना का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है। इस योजना के तहत बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र की ढ़ाई एकड़ भूमि पर बहुमंजिला औद्योगिक इकाइयों का निर्माण किया जाएगा।
गाजियाबाद में निजी जमीनों की ऊंची कीमत और औद्योगिक क्षेत्र का समुचित विकास न हो पाने के कारण लंबे समय से नए उद्योग स्थापित करने में अड़चनें आ रही थीं। अब फ्लैटेड फैक्टरियों के जरिए इस समस्या का समाधान निकालने की दिशा में ठोस पहल की गई है। इस योजना में पांच मंजिला भवन में 20 इकाइयों की स्थापना होगी, प्रत्येक यूनिट का आकार 241.78 वर्ग मीटर होगा।
उपायुक्त उद्योग श्रीनाथ पासवान ने बताया कि इस परियोजना पर करीब 30 करोड़ रुपये की लागत आएगी, जिसमें 60% अंशदान केंद्र सरकार और 40% राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। योजना के लिए बीएस रोड औद्योगिक क्षेत्र में जमीन चिन्हित की जा चुकी है और प्रस्ताव संबंधित मंत्रालय को भेज दिया गया है।
फ्लैटेड फैक्टरियों में जूता निर्माण, रेडीमेड वस्त्र, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, बीपीओ, डिजाइनिंग, हैंडीक्राफ्ट आदि की इकाइयां स्थापित की जा सकेंगी। ये इकाइयां प्लग एंड प्ले मॉडल पर आधारित होंगी, जिससे छोटे उद्यमियों को कम लागत में उद्योग शुरू करने में सहायता मिलेगी।
इस योजना से न केवल स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि दिल्ली और हरियाणा की कई फैक्ट्रियों ने भी गाजियाबाद में आने में रुचि दिखाई है, जिससे क्षेत्र का आर्थिक विकास और तेज़ होगा।
प्रस्तावित क्षेत्र में सड़क, जल निकासी, ड्रेनेज और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी। साथ ही श्रमिकों के लिए बहुमंजिला आवासीय इकाइयों का भी निर्माण प्रस्तावित है। इसके अलावा, सभी फ्लैटेड फैक्ट्रियों के लिए फैसेलिटी मैनेजमेंट सिस्टम का गठन किया जाएगा।
यह योजना छोटे उद्यमियों के लिए वरदान साबित हो सकती है और गाजियाबाद को एक नई औद्योगिक दिशा देने में सक्षम होगी।