- वरुणा जोन के डीसीपी चंद्रकांत मीणा पर हुई बड़ी कार्रवाई।
- डीसीपी सीके मीणा को तत्काल प्रभाव से डीजीपी हेडक्वार्टर से अटैच किया गया।
- पीएम नरेंद्र मोदी की नाराजगी के बाद तेज़ हुई प्रशासनिक कार्रवाई।
- घटना के बाद वाराणसी पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल, अब जवाबदेही की तैयारी।
वाराणसी- वाराणसी में हुई सामूहिक दुष्कर्म की जघन्य घटना के बाद शासन ने सख्त रुख अपनाते हुए बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया है। डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा को तत्काल प्रभाव से डीजीपी हेडक्वार्टर अटैच कर दिया गया है। यह कार्रवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस मामले पर गंभीर चिंता जताने और उच्चाधिकारियों से सीधे पूछताछ के बाद की गई है।
प्रधानमंत्री ने वाराणसी दौरे के दौरान एयरपोर्ट पर उतरते ही इस संवेदनशील मुद्दे पर अफसरों से जानकारी ली और स्पष्ट निर्देश दिया कि दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाए।
बच्ची से दुष्कर्म और मासूम के साथ छेड़खानी ने और बढ़ाई चिंता
वरुणा जोन में गैंगरेप के बाद शनिवार को एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसमें एक चार साल की मासूम के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया। आरोपी, बच्ची के पिता का परिचित था, जिसने बच्ची को बहला-फुसलाकर कब्रिस्तान ले जाकर दरिंदगी की। बच्ची की हालत गंभीर होने पर परिजन उसे खोजते हुए वहां पहुंचे और फिर अस्पताल ले गए।
पुलिस ने बच्ची के पिता की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश में दबिश दी जा रही है।
गैंगरेप केस की स्थिति
पीड़िता के साथ 29 मार्च से 4 अप्रैल के बीच 23 लोगों द्वारा कथित सामूहिक दुष्कर्म किए जाने की शिकायत दर्ज की गई थी। पुलिस ने अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़िता की मां ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद उनकी बेटी की हालत की जानकारी ली और यह दर्शाता है कि उन्हें आम जनता की पीड़ा की गहरी परवाह है। उन्होंने दोषियों को फांसी जैसी कड़ी सजा की मांग की है ताकि भविष्य में कोई इस तरह की दरिंदगी की हिम्मत न कर सके।
प्रशासन सख्त, कार्रवाई जारी
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि ऐसे अपराधों पर “जीरो टॉलरेंस” की नीति के तहत काम किया जाएगा। दोषियों की धरपकड़ और केस की त्वरित सुनवाई सुनिश्चित करने के लिए विशेष टीम गठित की गई है।