अब आशा वर्कर प्राइमरी स्कूलों में बच्चों का दाखिला भी दिलाएंगी। 17 अप्रैल से शुरू हो रहे घर-घर दस्तक अभियान में अगला वर्कर संचारी रोग के पीड़ितों की पहचान करने के साथ-साथ बच्चों के दाखिला का काम करेंगी। शासन ने सीएमओ इसके आदेश दिये हैं। यह वर्कर छह से 14 वर्ष की आयु के स्कूल न जाने वाले बच्चों की खोज कर नजदीकी स्कूलों के शिक्षकों को सूचना देंगी। ताकि इन बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाया जा सके।
बीएसए अरुण कुमार ने बताया कि एक अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूल चलो अभियान के शुभारंभ पर इसकी घोषणा की थी। आशा वर्कर अभिभावकों को शिक्षा का महत्व बताएंगी। उन्हें बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार करेंगी। प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के नामांकन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। एक अप्रैल से स्कूल चलो अभियान चलाया जा रहा है। चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से 17 से 30 अप्रैल तक घर-घर दस्तक अभियान में आशा वर्कर की मदद से स्कूल में बच्चों की संख्या बढ़ेगी। छूटे बच्चों को स्कूलों में दाखिले की इस मुहिम में बेसिक शिक्षा विभाग के साथ स्वास्थ्य विभाग मिलकर काम करेंगे।