मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप्र राज्य फारेंसिक विज्ञान संस्थान के प्रथम सत्र 2023-24 के पांच पाठ्यक्रमों के 119 विद्यार्थियों को एक अभिभावक की तरह भविष्य की राह दिखाई। नए-नए विषयों पर शोध के लिए न सिर्फ प्रेरित किया बल्कि यह भी भरोसा दिलाया कि विशेष शोध पेटेंट कराए जाएंगे। यूपी पुलिस में विशेषज्ञ के रूप में रोजगार का अवसर भी मिलेगा।
अनुशासन, कार्ययोजना व जवाबदेही तय कर कदम बढ़ाने होंगे।
कहा कि हर जिले के अपराध को लेकर शोध होना चाहिए। उन्होंने इस बात पर हर्ष व्यक्त किया कि प्रथम सत्र में प्रवेश पाने वालों में 40 प्रतिशत छात्राएं हैं। योगी ने विद्यार्थियों से अपने सरकारी आवास पर सीधे संवाद किया। कहा कि संस्थान को विश्वस्तरीय बनाने के लिए पहले सत्र के पहले दिन से प्रयास करने होंगे।
अनुशासन, कार्ययोजना व जवाबदेही तय कर कदम बढ़ाने होंगे। हर जोन व रेंज में विधि विज्ञान प्रयोगशाला की स्थापना हो रही है। वर्ष 2017 से पहले केवल दो साइबर थाने थे। अब हर रेंज में साइबर थाना है।
नयापन क्या है, वह हमें तलाशना होगा।
थाने पर काम का दबाव होता है और वहां घटनाओं को लेकर अध्ययन का मौका नहीं होता। विद्यार्थियों को सोचना होगा कि अलग-अलग जिले में अपराध की प्रवृत्ति क्या है। वे एनसीआरबी का डाटा ले सकते हैं। बातचीत से भी कई तथ्य सामने आ सकते हैं। किसी विशेष विषय पर शोध करें, हम उसे पेटेंट करेंगे। नयापन क्या है, वह हमें तलाशना होगा।