हुसैनगंज कोतवाली में सिपाही संतोष कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी और जाली दस्तावेज बनाने का मुकदमा दर्ज किया गया है।
उसके खिलाफ एक युवक ने फर्जी दस्तावेज लगाने की यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड को सूचना दी थी। जांच में आरोप सही पाए जाने पर एसीपी आलोक कुमार जायसवाल की तहरीर पर थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली।
उम्र कम करने के लिए दोबारा दी हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा
पीलीभीत पूरनपुर निवासी संतोष कुमार वर्ष 2015 में पुलिस आरक्षी एवं पीएसी आरक्षी पदों पर सीधी भर्ती परीक्षा में शामिल हुआ था। संतोष परीक्षा पास करने के बाद 11 जुलाई 2018 को सीतापुर में तैनाती मिली। एसीपी के मुताबिक 22 अगस्त 2022 को पीलीभीत पूरनपुर निवासी किशन लाल ने भर्ती बोर्ड में शिकायती पत्र भेजा। जिसमें लिखा था कि संतोष की जन्मतिथि 8 अप्रैल 1986 है। उसने 2003 में हाईस्कूल और 2005 में इण्टर परीक्षा पास की थी। इस आधार पर शैक्षिक दस्तावेज खंगाले जाने पर पता चला कि संतोष ने गाजीपुर से वर्ष 2013 में हाईस्कूल और वर्ष 2015 में इंटर परीक्षा पास की है। जिसमें जन्मतिथि 16 जुलाई 1996 है। जांच में सामने आया कि संतोष ने फर्जी कागजात लगाकर दो बार यूपी बोर्ड की दोनों परीक्षा दी हैं। वहीं उसने पिछड़ी जाति का प्रमाण पत्र लगाया जबकि शिक्षा विभाग से रिटायर उसके पिता के अभिलेखों में अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र लगा है।