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स्कूल की 5वीं मंजिल से फेंका छात्रा का पुतला:हत्या, आत्महत्या और हादसे के बिंदु पर लखनऊ पुलिस कर रही पड़ताल, क्राइम सीन रिक्रिएट किया

लखनऊ के BKT स्थित एसआर ग्लोबल स्कूल की छात्रा प्रिया राठौर (13) की मौत की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस ने गुरुवार को विशेषज्ञों के साथ स्कूल में क्राइम सीन दोहराया। हॉस्टल की पांचवीं मंजिल से पांच बार पुतला फेंका गया। इसकी वीडियो ग्राफी की गई। पहली बार में पुतला ठीक वहीं गिरा, जहां प्रिया गिरी थी।

अन्य बिन्दुओं पर जांच के लिये पुतले को चार बार और गिराया गया। जालौन निवासी प्रिया के पिता जशराम ने कहा कि बेटी खुदकुशी नहीं कर सकती और हत्या का आरोप लगाया है। अब इसकी मदद से फॉरेंसिक एक्सपर्ट विश्लेषण कर रिपोर्ट पुलिस को देंगे। फॉरेंसिक एक्सपर्ट हत्या, हादसे और आत्महत्या के पहलू पर ही जांच कर रहे हैं।

छात्रा घटना के एक दिन पहले ही छुट्टी के बाद हॉस्टल पहुंची थी।

5 सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम पहुंची थी स्कूल
DCP कासिम आब्दी विशेषज्ञों की टीम के साथ गुरुवार करीब 11 बजे स्कूल पहुंचे। प्रिया के वजन के बराबर पुतला तैयार किया था। इसे ऊपर से पांच बार फेंका गया। पहली बार में जहां प्रिया गिरी वहीं गिरा। दूसरी बार में कुछ दूरी पर और तीसरी बार में पुतला पेड़ से टकरा गया, जिससे उसका हाथ टूट गया था। विशेषज्ञों ने पाया कि यह दीवार से ढाई फिट दूर गिरा था। पांच बार गिरे पुतले की जगह नापी गई। डीसीपी नॉर्थ एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने क्राइम सीन दोहराया है। एक-एक बिंदु की तफ्तीश की है। अब जो वह रिपोर्ट देंगे उस दिशा में जांच की जाएगी।

पिता ने पुतला कम वजन होने का लगाया आरोप छात्रा के पिता जसराम ने क्राइम सीन दोहराने के दौरान आरोप लगाया कि प्रिया का वजन करीब 35 किलो था। जबकि पुतला 15 से 20 किलो था। जिससे क्राइम सीन दोहराने के दौरान पुतला गिरने की सही जगह का अनुमान नहीं लगाया जा सकता। उन्होंने कहा कि पीएम रिपोर्ट में जैसी चोटों व फ्रैक्चर का जिक्र है, वह इस पुतले के साथ नहीं हुआ। बेटी की हत्या ही की गई है।

पिता जसराम ने कहा कि स्कूल प्रबंधन रोज बयान बदल रहा है।

पिता की स्कूल प्रशासन से हुई कहासुनी
क्राइम सीन दोहराने के दौरान पिता जसराम और स्कूल प्रशासन के बीच कहासुनी हुई। जसराम ने कहा कि बेटी की हत्या हुई है। उन्होंने कहा कि बेटी की जींस पर खून कहां से आया। एक कर्मचारी ने कहा कि सुबह हाथ की नस काट ली थी। इस जसराम भड़क गए और कहा कि स्कूल रोज अपने बयान बदल रहा है, यदि उसने नस काटी थी तो स्कूल ने उसी दिन क्यों नहीं बताया। मौत के बाद क्यों बता रहे हैं। वाइस प्रिंसिपल शालिनी श्रीवास्तव ने कहा कि स्कूल टीम भी इस बिंदु पर जांच कर रही है।

हत्या, आत्महत्या और हादसा समझ फेंका गया पुतला
फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने बताया कि पुतले को हत्या, हादसा और आत्महत्या के बिंदु के आधार पर छत से फेंका गया। इसमें पहली बार में उसको धक्का दिया गया। दूसरी बार में स्लिप कर गिराया गया, जबकि तीसरी बार में इस तरह फेंका गया, जैसे कोई ऊंचाई से कूदा हो। जानकारी के मुताबिक शुरुआत में कुछ तथ्य ऐसे सामने आएं, जिससे स्थिति स्पष्ट होना बेहद मुश्किल है। फॉरेंसिक टीम एक से दो सप्ताह में रिपोर्ट पुलिस को सौंपेगी।

पुलिस ने सोशल मीडिया एकाउंट भी खंगाले
प्रिया की मौत के मामले की जांच कर रही पुलिस ने उसकी सोशल मीडिया के एकाउंट खंगाले। जिसमें से इंस्टाग्राम की कुछ चैट मिली। वहीं एसआर इंस्टीट्यूट से बीटेक कर रहीं दो छात्राएं पुलिस के सामने आई हैं। दावा किया है कि उन्होंने उस रात किसी के चीखने की आवाज सुनी थीं।

छात्रा के पास नहीं था मोबाइल
डीसीपी नॉर्थ एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि छात्रा के पास मोबाइल नहीं था। इसलिए सर्विलांस की मदद से कोई खास जानकारी नहीं मिल सकी। उसके सोशल मीडिया के एकाउंट मिले हैं। जिस दिन वारदात हुई उस वक्त वह हॉस्टल में थी। इसलिए उस दिन सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना संभव नहीं था। उसकी पुरानी चैट को खंगाला जा रहा है। जो दो छात्राएं सामने आई हैं उनके बयान दर्ज किए गए हैं। एक छात्रा बीटेक प्रथम वर्ष व दूसरी तृतीय वर्ष की है।

पिता बोले…किसी और बेटी के साथ ऐसा न हो
प्रिया के पिता जसराम व अन्य परिजनों की मौजूदगी में क्राइम सीन दोहराया गया। जसराम से पुलिस जांच से संतुष्ट न होने की बात कही। उनका कहना है कि वह बेटी के लिए न्याय चाहते हैं। जिससे किसी और की बेटी के साथ ऐसा न हो।

20 जनवरी को स्कूल में संदिग्ध हालात में मिला था शव
जालौन निवासी जसराम राठौर की बेटी प्रिया एसआर स्कूल से आठवीं कक्षा की पढ़ाई हॉस्टल में रहकर कर रही थी। 20 जनवरी की रात आठ से नौ बजे के बीच हॉस्टल में प्रिया का संदिग्ध हालात में शव मिला था। पुलिस ने अज्ञात पर हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। जांच में पुलिस साक्ष्य जुटा नहीं सकी। स्कूल प्रबंधन ने कई बार बयान बदले। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सवाल खड़े हुए। इसलिए जांच की गुत्थी उलझती गई।

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