इन सबकी शुरुआत पिछले महीने 23 अप्रैल से हुई। एक महीने से भी ज्यादा समय से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने मोर्चा खोल रखा है। भले ही पहलवानों को जंतर-मंतर से हटा दिया गया है लेकिन उनके अंदर की आग अभी तक सुलग रही है।
दिल्ली के जंतर-मंतर पर ओलंपिक खिलाड़ियों का धरना प्रदर्शन और भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप।
इन सबकी शुरुआत पिछले महीने 23 अप्रैल से हुई। एक महीने से भी ज्यादा समय से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने मोर्चा खोल रखा है। भले ही पहलवानों को जंतर-मंतर से हटा दिया गया है, लेकिन उनके अंदर की आग अभी तक सुलग रही है।
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग का एलान
कल यानी मंगलवार को जब पहलवानों ने यह एलान किया कि वह अपने सभी जीते हुए मेडल को हरिद्वार पहुंचकर गंगा नदी में बहा देंगे, तो उनके इस फैसले से पूरे देश का ध्यान उनकी तरफ खींचा चला गया। रेसलर्स गंगा घाट पहुंचे भी, लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत ने उनके मेडल ले लिए और उन्हें समझाया। साथ ही सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम भी दे दिया। इन सब के बीच अब रेसलिंग के सबसे बड़े संगठन यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने भी कह दिया है कि अगर 45 दिनों के भीतर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चुनाव नहीं हुए तो WFI को आगे के मैच के लिए सस्पेंड किया जा सकता है।