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पाकिस्तान की मस्जिद में फिदायीन हमला, 32 पुलिसकर्मियों की मौत:करीब 550 नमाजियों के बीच बैठे हमलावर ने खुद को उड़ाया, 158 घायल

पाकिस्तान के पेशावर शहर में पुलिस लाइन्स में बनी मस्जिद के अंदर धमाका हुआ है। ये फिदायीन हमला बताया जा रहा है। पाकिस्तान के जिओ लाइव न्यूज के मुताबिक, अब तक 32 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है। 158 लोगों के घायल होने की खबर है। इसमें से 66 की हालत गंभीर बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- अब से कुछ देर बाद प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ घटनास्थल पर पहुंचेंगे।

एक चश्मदीद ने कहा- नमाज के वक्त मस्जिद में 550 के करीब लोग मौजूद थे। फिदायीन हमलावर बीच की एक लाइन में मौजूद था। यह साफ नहीं हो सका कि वो पुलिस लाइन्स में पहुंचा कैसे, क्योंकि यहां अंदर जाने के लिए गेट पास दिखाना होता है। पुलिस ने बताया कि मस्जिद का एक बड़ा हिस्सा ढह चुका है और माना जा रहा है कि इसके मलबे में कई लोग दबे हैं। मस्जिद के इमाम नूर-अल अमीन की भी धमाके में मौत हो गई।

TTP ने जिम्मेदारी ली
पाकिस्तानी मीडिया जियो न्यूज के मुताबिक, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले के बाद पाकिस्तान आर्मी ने इलाके को घेर लिया है। इसके करीब ही आर्मी की एक यूनिट का ऑफिस भी है। पुलिस लाइन्स में मौजूद लोगों का कहना है कि ब्लास्ट काफी ताकतवर था और इसकी आवाज 2 किलोमीटर दूर तक सुनी गई।

इस इलाके में तहरीक-ए-तालिबान (TTP) पाकिस्तान का खासा दबदबा है और पिछले दिनों इसी संगठन ने यहां हमले की धमकी भी दी थी। घटना के बाद कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर मौजूद हैं। इनमें घायलों को अस्पताल ले जाते देखा जा सकता है।

ब्लड डोनेशन की अपील
सभी घायलों का इलाज पेशावर के लेडी हार्डिंग अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि आम लोग जितना हो सके, उतनी जल्दी ब्लड डोनेट करने अस्पताल पहुंचें। इस बीच मिलिट्री के डॉक्टरों का एक दल भी इस अस्पताल में पहुंच चुका है।

पिछले साल शिया मस्जिद में हुआ था धमाका
पेशावर में पिछले साल मार्च में एक शिया मस्जिद में धमाका हुआ था। तब हमले में 62 लोग मारे गए थे। ये सभी शिया समुदाय के लोग थे। धमाके के वक्त मस्जिद में जुमे की नमाज चल रही थी। इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी।

9 साल पहले हुआ था आर्मी स्कूल पर हमला
16 दिसंबर 2014 को पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल पर आतंकी हमला हुआ था। इसमें 148 लोग मारे गए थे। इनमें 132 स्कूली बच्चे थे। आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।

TTP के निशाने पर पाकिस्तान
पाकिस्तान में TTP के हमले लगातार तेज होते जा रहे हैं। इनकी जद में राजधानी इस्लामाबाद भी आ गई है। पिछले महीने इस्लामाबाद में एक फिदायीन हमला हुआ था। इसमें एक पुलिस अफसर मारा गया था और 6 लोग घायल हो गए थे। इसके बाद शाहबाज शरीफ ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग के बाद होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा था- पाकिस्तान अपनी हिफाजत के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। अगर अफगानिस्तान की तालिबान हुकूमत ने TTP को नहीं रोका तो हम अफगानिस्तान में घुसकर इन आतंकियों को मारेंगे।

अफगानिस्तान-पाकिस्तान में जबरदस्त तनाव
TTP को लेकर अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव बेहद खतरनाक रूप लेता जा रहा है। दोनों देशों के बीच डूरंड लाइन पर तमाम एंट्री और एग्जिट पॉइंट बंद किए जा चुके हैं। हालात ये हैं कि दो महीनों में दोनों देशों के बीच फायरिंग में करीब 16 पाकिस्तानी सैनिक मारे जा चुके हैं।

पाकिस्तान सरकार हमलों के लिए TTP को जिम्मेदार बताती है। राणा सनाउल्लाह की धमकी का जवाब तालिबान के सीनियर लीडर और उप-प्रधानमंत्री अहमद यासिर ने सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर करके दिया था। पहले इस फोटो के बारे में जान लीजिए।

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