जैसा कि पहले से अंदेशा था, लेट शुरू हुई ठंड बसंत पंचमी के साथ वापस लौटने लगी है। फरवरी की शुरुआत में सर्द पारा तेजी से नीचे गिरने लगा है। अब सुबह और रात में ठंड ही लोगों को महसूस हो रही है। अगर बात कानपुर की करें, तो 52 साल बाद दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचा है। लखनऊ, वाराणसी, आगरा, प्रयागराज समेत कई शहरों में दिन का तापमान में उछाल आया है।
मार्च में तापमान 40 डिग्री के पार जा सकता है
दिन के वक्त लोग हाफ शर्ट या स्वेटर में नजर आने लगे हैं। यहां दिन का मंगलवार को दिन का तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मार्च महीने से गर्मी और सताने वाली है। मौसम के तेज बदलाव के बीच मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार मार्च महीने में ही तापमान 40 डिग्री तक जा सकता है।
सीजन में समय से पहले पकेंगी फसलें
इस बार अधिक तपिश के चलते समय से पहले फसलें पक सकती हैं। पिछले वर्ष मार्च में आया मौसम में बदलाव अभी से जोर पकड़ने लगा है। ऐसे में इस सीजन की फसल गेंहू फोर्स मैच्योरिटी का शिकार हो सकती हैं। इससे फसलों का उत्पादन बुरी तरह प्रभावित होगा। CSA के मौसम विभाग ने पिछले पांच दशकों के डेटा का अध्ययन किया है।
उमस बढ़ सकती है, धूप भी खिलेगी
पश्चिम यूपी में एनसीआर के इलाके गाजियाबाद और नोएडा में भी आज की सुबह लोगों को सुहावनी दिखी। बसंत के मौसम का असर दिखने लगा है। लखनऊ और आस-पास के इलाकों में बुधवार को शहर में अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। हवाओं का असर नहीं होने से उमस में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा सकती है। धूप सामान्य खिलती रहेगी।
6 फरवरी तक 8 डिग्री तापमान बढ़ा
CSA यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि कानपुर में एक से छह फरवरी तक अधिकतम तापमान में आठ डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। एक फरवरी को पारा 20 डिग्री था, जो मंगलवार को 30 डिग्री पर पहुंच गया। इससे उलट रात के तापमान में कभी कम तो कभी ज्यादा तापमान हो रहा है।
मौसम विज्ञानी के मुताबिक रात के तापमान में भी 3 डिग्री की बढ़ोतरी के साथ अधिकतम पारा 11.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। यह सामान्य निर्धारित तापमान से भी 2.1 डिग्री अधिक है। इन पूरे वर्षों में 10 फरवरी के बीच कभी दिन का तापमान इतना नहीं हुआ।
वर्ष 2011 में आज की तारीख में दिन का तापमान इसके करीब पहुंचा था। फरवरी में हमेशा अधिकतम पारा 30 से ऊपर 19 से लेकर 28 फरवरी के बीच ही रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है कि गर्मी तेज पड़ना शुरू हो गई है।