समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के असली ‘हिंदुत्व’ को बचाने के बयान पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भड़क गए। ओवैसी ने कहा,”पिछले विधानसभा चुनाव में अखिलेश की पार्टी सपा को एकतरफा मुस्लिम वोट मिला। भाजपा पूरे देश में मुसलमान को निशाना बना रही है और अखिलेश कह रहे हैं कि असली हिंदुत्व को बचाना है। आप संविधान को नहीं बचाएंगे। आप धर्मनिरपेक्षता को नहीं बचाएंगे।”
अचानक ओवैसी के इस बयान से उत्तर प्रदेश समेत देश के मुसलमान वोटर्स को लेकर सियासत गर्म हो गई है। ओवैसी के इस बयान से यूपी की सियासत पर क्या असर पड़ेगा।
5 अगस्त को लखनऊ में जनेश्वर मिश्र की जयंती पर अखिलेश यादव श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे। ज्ञानवापी पर सवाल पूछने पर अखिलेश बोले,”भाजपा हिंदू-मुस्लिम समाज में बंटवारा कर रही है। इसे रोकने के लिए असली हिंदू समाज के जुड़े लोगों को आगे आना चाहिए।”
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करके अखिलेश यादव पर सवाल उठाए हैं। जिस अंदाज में ओवैसी ने अखिलेश को तंज कसते हुए लिखा। उसमें साफ संदेश दिया गया कि बीजेपी की सरकार मुसलमानों को हिंसा और नाइंसाफी का निशाना बना रही है। ओवैसी ने अखिलेश पर तंज करते हुए लिखा कि उन्हें सांड़ समाचार से फुरसत मिल नहीं रही। ओवैसी ने यह भी कहा कि गलती भैया कि नहीं, गलती तो उन बिचौलियों की है, जिन्होंने डरे हुए मुसलमानों को गुमराह किया है।
ओवैसी ने मुसलमानों को साफ संदेश दिया कि उनका वोट समाजवादी पार्टी को किया जाएगा तो वह गुमराह कहलाएंगे। फिलहाल ओवैसी ने यह भी लिखा ‘एक आजाद सियासी आवाज के सिवा हमारा कोई और विकल्प नहीं है।’ मुसलमान एक तरफा रिकॉर्ड तोड़ सपा को वोट ना करें। फिलहाल राजनीतिक जानकार यह भी कहते हैं कि ओवैसी ने जिस अंदाज में मुसलमानों को गुमराह ना होने की सलाह दी है, उससे तो साफ है वह वोट में बिखराव कर समाजवादी पार्टी का खेल बिगाड़ना चाहते हैं।
यूपी के वरिष्ठ पत्रकार परवेज अहमद का मानना है कि 2017 के चुनाव के बाद से उत्तर प्रदेश की सियासत में मुसलमानों के मामलों पर समाजवादी पार्टी के नेताओं और अखिलेश यादव की चुप्पी का लाभ ओवैसी ने उठाने की कवायद शुरू कर दी है। परवेज अहमद का यह भी कहना है कि लगातार मुसलमान समाजवादी पार्टी की चुप्पी की वजह से एक विकल्प तलाश रहे हैं।
ऐसे में असदुद्दीन ओवैसी का बयान और निकाय चुनाव में मेरठ, मुरादाबाद, संभल जैसे जिलों में AIMIM पार्टी को मिले वोट बैंक से उत्साहित भी हैं। वरिष्ठ पत्रकार यह भी कहते है कि अखिलेश यादव के असली हिंदुत्व को बचाने के बयान पर अचानक से ओवैसी का ट्वीट और बयान आना एक राजनीतिक खेल भी है। ओवैसी ने खुद स्वीकार किया कि उस यूपी विधानसभा के चुनाव में एकतरफा मुसलमानों का वोट समाजवादी पार्टी को मिला था।