परिवहन निगम ने पहले चरण में अपने बस के बेड़े में 250 इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने का निर्णय लिया है। केंद्र सरकार की फेम टू स्कीम के तहत मिलने वाले 40 प्रतिशत अनुदान के लिए पत्र भेजा है। परिवहन निगम केपेक्स माडल पर आधारित व्यवस्था के तहत इंटर सिटी इलेक्ट्रिक बसें चलाएगा। इलेक्ट्रिक बसें प्रदूषणमुक्त पर्यावरण हितैषी होने के किफायती हैं।
परिवहन निगम ने पहले चरण में अपने बस के बेड़े में 250 इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने का निर्णय लिया है। केंद्र सरकार की फेम टू स्कीम के तहत मिलने वाले 40 प्रतिशत अनुदान के लिए पत्र भेजा है। परिवहन निगम केपेक्स माडल पर आधारित व्यवस्था के तहत इंटर सिटी इलेक्ट्रिक बसें चलाएगा।
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि प्रदेश सरकार की मंशा पर बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन बढ़ाया जा रहा है। सरकार सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों जैसे अयोध्या, काशी, प्रयागराज, मथुरा, चित्रकूट को प्रदेश की राजधानी से इलेक्ट्रिक बसों के माध्यम से सीधे जोड़ना चाहती है। इलेक्ट्रिक बसें प्रदूषणमुक्त, पर्यावरण हितैषी होने के किफायती हैं। परिवहन मंत्री ने यात्रियों को बेहतर सुविधा देने में अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रानिक बसों के संचालन का निर्णय लिया है