नोएडा में कूड़ा फेंकनs वालों पर अब तीसरी आंख की नजर रहेगी। इसके लिए मुख्य स्पॉट पर 100 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। प्राधिकरण ने कंपनियों को आमंत्रित किया है। कंपनियां 16 फरवरी तक आवेदन कर सकती हैं। 17 फरवरी को प्री क्वालिफिकेशन बिड खोली जाएगी। योजना पर 112 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर प्राधिकरण ने ये प्लानिंग की है। इसके तहत शहर में 40 से ज्यादा स्थानों को चिह्नित किया गया है, जहां लोग रात के अंधेरे में आकर कूड़ा फेंककर चले जाते है। सोसाइटी और आरडब्ल्यूए की ओर से भी इस तरह की शिकायत मिलती रहती है। इन लोगों को पकड़ने के लिए अब सीसीटीवी की मदद ली जाएगी। इन स्पॉट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जिससे 24 घंटे नजर रखी जा सकेगी।

आईएसटीएमएस से होगी कंट्रोलिंग
नोएडा में इंटीग्रेटेड सीक्यूरिटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईएसटीएमएस) कार्यशील है। इसके तहत 1000 से ज्यादा कैमरों की मॉनिटरिंग ट्रैफिक विभाग की ओर से की जा रही है। स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत लगाए जाने वाले कैमरे भी इसी स्थान से मोनिटर किए जाएंगे। इनका स्टॉफ अलग होगा और इनकी बैंच और मॉनिटर भी अलग होगा। कैमरे की जद में आने के बाद अमुक व्यक्ति का चालान किया जाएगा।
सेक्टरवासी बनेंगे स्वच्छता प्रहरी
इसी तर्ज पर एक सेक्टर में प्रहरी बनाए जाने की योजना है। ये प्रहरी सड़क पर कूड़ा फेंकने वालों पर नजर रखेंगे। इसकी शिकायत कंट्रोल रूम में देंगे। जिस पर तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। ये नियम सोसाइटी और गांवों में भी लागू होंगे। इसके लिए प्राधिकरण स्तर पर वृहद योजना बनाई जा रही है। जल्द ही इसके लिए आरडब्ल्यूए , एओए और ग्रामीणों के साथ बैठक की जाएगी।
प्राधिकरण ने जारी किए है हेल्पलाइन नंबर
नोएडा स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में भी प्रतिभाग कर रहा है। इस बार सर्वेक्षण में नंबर-1 का ख़िताब मिले इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए है। सीएंडडी वेस्ट के निपटारा के लिए 18008919657 और जन स्वास्थ्य से संबंधित शिकायत होने पर 9717080605 पर शिकायत की जा सकती है।
बता दें स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में नोएडा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। सर्वेक्षण में 4320 से ज्यादा शहरों ने हिस्सा लिया और इन शहरों के बीच नोएडा को चौथी रैंक मिली थी। नोएडा को 10 लाख से कम आबादी वाले शहर की श्रेणी में भारत के क्ली नेस्ट सिटी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।