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जम्मू कश्मीर के महत्व पर राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता:मेरठ कॉलेज के रक्षा अध्ययन विभाग की तरफ से लगी है पेंटिंग एग्जिबिशन

लदाख और जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र, मेरठ, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फाइन आर्ट्स,एवं रक्षा अध्ययन विभाग, मेरठ कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में एक राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता हुई। प्रतियोगिता में देशभर के 150 छात्र- छात्राओं ने भाग लिया। जिसका मूल्यांकन 5 सदस्यों की टीम ने किया। जिसमें 80 पेंटिंग को उत्कृष्ट पाया गया। इन उत्कृष्ट चित्रों की प्रदर्शनी मेरठ कॉलेज के रक्षा अध्ययन विभाग की तरफ से लगाई गई है।

मेरठ कॉलेज के डिफेंस स्टडीज विभाग की तरफ से हुआ आयोजन

10 पेटिंग्स अवार्ड के लिए चयनित

संकल्प दिवस की संध्या पर यह चित्र प्रदर्शनी लगी है। विशेष 80 पेंटिंग्स में से 10 पेंटिंग्स को अवार्ड के लिए चयनित किया गया है। ये सभी पेंटिंग्स जम्मू कश्मीर, पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर, लद्दाख़ और चीन अधिकृत जम्मू और कश्मीर के भौगोलिक, सामरिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक महत्व पर बनाई गई है।

अतिथियों ने किया उद्घाटन

प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ ओ. पी. अग्रवाल, अवैतनिक सचिव, प्रबंध समिति, मेरठ कॉलेज, अध्यक्ष श्री सुरेश जैन”रितुराज” अध्यक्ष, प्रबंध समिति, मेरठ कॉलेज, विशिष्ट अतिथि डॉ राम कुमार गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष एवं अवैतनिक सचिव, प्रबन्ध समिती ,मेरठ कॉलेज एवं लद्दाख़ और जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र ,नई दिल्ली के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ आशुतोष भटनागर ने किया।

जिसे हम भूल चुके उसे ये चित्र याद दिलाते हैं

डॉ ओ. पी. अग्रवाल ने कहा कि पेंटिग्स के माध्यम से छात्रों ने हमे संकल्प दिवस पर ये याद दिलाने का संदेश दिया है कि जिन क्षेत्रों को हम भूल चुके ,उन्हें हमे याद रखते हुए वापस लेना है।क्यों कि ये क्षेत्र हमारे लिए जमीन का टुकड़ा ही नही बल्कि हमारी संप्रभुता और अखंडता का प्रतीक है। डॉ राम कुमार गुप्ता ने कहा कि 2023 तक जन जन और हमारी सरकार की यही इच्छा और संकल्प है कि जबरन कब्जा किये गए क्षेत्र हम वापस लेके ही रहेंगे। अध्यक्ष सुरेश जैन रितुराज ने भी अपने विचार रखे।

बाहरी देशों का हस्तक्षेप अनुचित है

आयोजन संयोजक प्रोफेसर संजय कुमार, रक्षा अध्ययन विभाग, मेरठ कॉलेज ने कहा कि 22 फरवरी 1994 को इस लिए संकल्प लेना पड़ा कि उस समय अंतरष्ट्रीय वातावरण हमारे पक्ष में नही था। जम्मू कश्मीर में विदेशी शक्तियों का दखल बढ़ता जा रहा था।अमेरिका ने तो यहाँ तक कह दिया कि जम्मू कश्मीर में यू एन ओ का प्रतिनिधि मंडल वीसा लेकर वहाँ पर मानवाधिकार हनन की जांच करने जायेगा। इस लिए भारतीय संसद ने अनेकता में एकता का परिचय देते हुए राष्टीय सुरक्षा के मुद्दे पर एक स्वर में ये प्रस्ताव पारित किया कि हम संकल्प लेते है कि अपने भू भाग को वापस लेगे और किसी बाहरी देश का हस्तक्षेप बर्दास्त नही करेंगे।

ये बने विजेता

चित्रकला प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ दिशा दिनेश, डॉ संघर्ष शर्मा ,श्री ओमबीर ,प्रो हेमंत पांडेय थे। प्रथम पुरस्कार अंकित कुमार, दूसरा पुरस्कार अनुलोम त्यागी को और तृतीय पुरस्कार शोभना जैन को दिया गया।।

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