
मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र से नेशनल डिफेन्स कॉलेज के सीनियर डायरेक्टिंग स्टाफ मेजर जनरल मुकेश अग्रवाल वीएसएम के नेतृत्व में आये 17 सैन्य प्रशिक्षु अधिकारियों एवं भारत सरकार के सिविल सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों ने भेंट की। प्रतिनिधिमण्डल में श्रीलंका, रूस, नेपाल, इंडोनेशिया व यूनाइटेड किंगडम के अधिकारी भी शामिल थे।
मुख्य सचिव ने प्रतिनिधिमण्डल का उत्तर प्रदेश में स्वागत करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है। भगवान श्रीराम की धरती अयोध्या और सांस्कृतिक एवं प्राचीन नगरी काशी भी इसी प्रदेश में है। यहां समृद्ध अध्यात्मिक व सांस्कृतिक परम्पराओं के अलावा, पर्याप्त प्राकृतिक संसाधन भी उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन व मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश में विगत 6 वर्षों में अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। प्रदेश में कानून व्यवस्था व अवस्थापना सुविधाओं के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है, इसी का नतीजा है कि उ0प्र0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में देश-विदेश से 25,000 से अधिक निवेशकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
उन्होंने कहा कि इस समिट में 33 लाख 50 हजार करोड़ रुपये के 19,000 से अधिक समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किया जाना अभूतपूर्व है। मुख्यमंत्री जी ने पांच साल में राज्य को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। जीआईएस-2023 इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। दीवाली से पहले ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी प्रस्तावित है, इस सेरेमनी में एक चौथाई एमओयू को धरातल पर उतराने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डुइंग बिजनेस रैंकिंग में उत्तर प्रदेश का देश में द्वितीय स्थान है। बेहतर कनेक्टिविटी के लिए प्रदेश में विश्वस्तरीय एक्सप्रेसवेज का नेटवर्क तैयार किया गया है, साथ ही प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी का विस्तार करते हुए नए शहरों को वायु सेवा से जोड़ा जा रहा है। उत्तर प्रदेश शीघ्र ही पांच अन्तर्राष्ट्रीय हवाई-अड्डों वाला देश का एक मात्र राज्य बन जाएगा।
उन्होंने कहा कि एक जनपद-एक मेडिकल कॉलेज की योजना के अंतर्गत सभी जनपदों में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में कोविड-19 प्रबन्धन की राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं अपितु अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हुई है। इसके अलावा उन्होंने मेट्रो, रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आरआरटीएस), ईस्टर्न-वेस्टर्न फ्रेट कॉरीडोर, अटल भूजल योजना, स्किल डेवलपमेंट, पीएम गति शक्ति आदि पर भी चर्चा की।
इसके उपरान्त मुख्य सचिव को नेशनल डिफेन्स कॉलेज के सीनियर डायरेक्टिंग स्टाफ मेजर जनरल मुकेश अग्रवाल वीएसएम ने प्रतीक चिन्ह भेंट किया और मुख्य सचिव ने प्रतिनिधिमण्डल के सभी सदस्यों को ओडीओपी उत्पाद भेंट किये।
प्रतिनिधिमण्डल में एयर कमाडोर प्रांजुल सिंह वी0एम, श्री अखिल सक्सेना आईटीएस, कमाडोर पीएसएस उदय किरन, कमाडोर पीवी फर्डिनेनडुअज (श्रीलंका), ब्रिगेडियर ए अग्रवाल, कर्नल उसाकोव रसलैन लियोनिडोविच (रूस), ब्रिगेडियर आरआर तिवारी, ब्रिग्रेडियर राकेश नायर एसएम, कर्नल श्रवण कुमार बिस्ता (नेपाल), डॉ0 रवि कांत गुप्ता आईआरएस (आईटी), ब्रिगेडियर राजू बत्रा, कर्नल पॉलसन स्टिुमोरंग (इंडोनेशिया), श्री पंकज कुमार श्रीवास्तव आईपीएस, ब्रिगेडियर आईएस भिंडर, एयर कमाडोर डीएस डेंगी वीएम, ग्रुप कैप्टन नील जोन्स (यूके), ब्रिगेडियर एचएस मावी शामिल थे।