उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या में 160 करोड़ की लागत से 40 मेगावाट का सौर ऊर्जा प्लांट लगाने की तैयारी में है। इससे 70 मिलियन यूनिट हरित ऊर्जा का उत्पादन होगा। कंपनी को एक रुपये प्रति एकड़ प्रति वर्ष की दर से भूमि दी जाएगी। इसी के साथ कैबिनेट में मेरठ-बदायूं मार्ग के चौड़ीकरण प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल गई है।
योगी सरकार अयोध्या को माडल सोलर सिटी के रूप में विकसित करेगी। अयोध्या को सौर ऊर्जीकृत करने के लिए जिले में 40 मेगावाट क्षमता की सौर विद्युत उत्पादन परियोजना की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है।
160 करोड़ रुपये की इस परियोजना की स्थापना के लिए जिले की सदर तहसील के ग्राम मझरा रामपुर हलवारा और मझरा सरायरासी में 66.812 हेक्टेयर (165.1 एकड़) भूमि चिन्हित कर ली गई है। परियोजना की स्थापना एनटीपीसी के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड करेगी
परियोजना लागत को भी अपने स्वयं के स्रोतों से वहन करेगी। परियोजना की सथापना के लिए दोनों गांवों की 165.1 एकड़ जमीन एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड को एक रुपये प्रति एकड़ प्रति वर्ष की सांकेतिक दर से 30 वर्ष के पट्टे पर दी जाएगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में सौर ऊर्जा परियोजना के लिए कंपनी को जमीन उपलब्ध कराने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
इस परियोजना की स्थापना से प्रति वर्ष सस्ती दर पर 70.08 मिलियन यूनिट हरित ऊर्जा का उत्पादन होगा जो अयोध्या शहर में मांग की पूर्ति के लिए ग्रिड में फीड की जाएगी। परियोजना से पैदा होने वाली बिजली को उप्र पावर कारपोरेशन निश्चित टैरिफ पर खरीदेगा।