गोरखपुर में चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि पर सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन किया। कन्याओं को चुनरी ओढ़ाई और उनके पांव पखारे। परंपरागत नवमी पूजन का अनुष्ठान उन्होंने अपने हाथों से कराया। नवमी पूजन की शुरुआत सीएम ने सुबह मां भवगती के 9वें स्वरूप सिद्धिदात्री की आराधना से की। इसके बाद कन्या पूजन का पारंपरिक अनुष्ठान हुआ।
सीएम ने देवी की 9 रूपी कन्याओं और बटुक भैरव का पहले थार में पांव पखारे और विधि-विधान से उनकी पूजा की। इस दौरान गोरक्षनाथ मंदिर में 101 से ज्यादा कन्याओं और 20 बटुक भैरव (लड़के) शामिल रहे। पूजा के क्रम में ही मुख्यमंत्री कन्याओं को अपने हाथों से भोजन भी कराया। भोजन कराने के बाद सीएम ने कन्याओं को दक्षिणा और उपहार देकर उन्हें विदा किया। सीएम हर साल नवरात्रि में 9 दिन का व्रत रखने के अलावा गोरखनाथ मंदिर ये अनुष्ठान करते हैं। वासंतिक और शारदीय नवरात्र में गोरखनाथ मंदिर में विशेष पूजा होती है।
धर्म को मात्र उपासना विधि मानने की भूल न करें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रदेशवासियों को वासंतिक नवरात्र की महानवमी और प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव श्रीरामनवमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें धर्म को मात्र उपासना विधि मानने की भूल नहीं करनी चाहिए। धर्म कर्तव्य का बोध कराता है। धर्म हमें सदाचारए कर्तव्य और नैतिक मूल्यों से जोड़कर सन्मार्ग पर चलते हुए सकारात्मक एवं रचनात्मक प्रवृत्ति की ओर अग्रसर करता है। इसी व्यापक अर्थ में हमें धर्म को अंगीकार करना होगा। धर्म की इसी अवधारणा के अनुरूप केंद्र व प्रदेश सरकार सकारात्मकता व रचनात्मकता को प्रोत्साहन दे रही है।
समाज में सात्विक और रचनात्मक प्रवृत्तियां तेजी से आगे बढ़ी
उन्होंने कहा, श्रीरामनवमी पर दिख रहा उल्लास व उमंग यह प्रदर्शित करता है कि समाज में सात्विक व रचनात्मक प्रवृत्तियां तेजी से आगे बढ़ी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सकारात्मकता व रचनात्मकता के कार्यक्रमों से नए भारत का निर्माण हो रहा है। पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक पूरा देश एकस्वर के प्रधानमंत्री की भाषा में बोल रहा है।
पूरी दुनियासामर्थ्यवान और शक्तिशाली भारत की ताकत का एहसास कर रही है। उन्होंने कहा कि समर्थ भारत में रामराज्य की परिकल्पना भी साकार हो रही है। रामराज्य के अनुरूप शासन की योजनाओं का लाभ समाज के हर तबके तक बिना भेदभाव पहुंच रहा है।
अयोध्या में 15 लाख श्रद्धालुओं ने किया रामजन्मभूमि का दर्शन
मुख्यमंत्री ने कहा, नवमी तिथि पर मां सिद्धिदात्री की आराधना के साथ ही श्रीराम जन्मोत्सव उत्साह और उमंग से मनाया जा रहा है। प्रदेश के अलग अलग स्थलों पर भव्य कार्यक्रम आयोजित हुए हैं। प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या के हर देवस्थल पर काफी उत्साह है।
कल से अब तक 15 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या में पवित्र सरयू नदी में स्नान के बाद हुनमानगढ़ी और श्रीराम जन्मभूमि का दर्शन कर चुके हैं। सभी शक्तिपीठों में भी लाखों श्रद्धालु जगतजननी मां भगवती के सिद्धिदात्री स्वरूप की आराधना कर रहे हैं। सभी धर्मस्थलों पर दुर्गा सप्तशती व अखंड रामायण पाठ का आयोजन भी प्रदेश सरकार की तरफ से सुनिश्चित किया गया है।
प्रभु श्रीराम के बालरूप की आरती उतारी, पालने में झूलाया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर परिसर के मुक्ताकाशी मंच पर आयोजित प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव में भी शामिल हुए। उन्होंने पालने में रखे श्रीराम के बाल छवि का विधि- विधान से पूजन करने के बाद आरती उतारी। उन्होंने पालने में प्रभु के बालरूप को झूलाया भी।