जब इच्छाशक्ति दृढ़ हो और सोच नवाचार से जुड़ी हो, तब सीमित संसाधन भी बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।
मैनपुरी जिले की ग्राम पंचायत आलापुर खेड़ा ने यह सिद्ध कर दिखाया है।
सरकारी अनुदानों पर निर्भर रहने के बजाय इस पंचायत ने अपने स्वयं के राजस्व (Own Source Revenue – OSR) से
आत्मनिर्भरता की नई मिसाल कायम की है।
आरओ प्लांट से सस्ता और शुद्ध पेयजल
पंचायत ने ग्रामीणों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आरओ प्लांट स्थापित किया है।
इसके माध्यम से ग्रामीणों और दुकानदारों को मात्र ₹10 प्रति 20 लीटर की दर से शुद्ध जल उपलब्ध कराया जा रहा है।
यह दर बाजार मूल्य ₹15 प्रति 20 लीटर से कम है। इस पहल से ग्रामीणों को सुरक्षित जल मिला और पंचायत को स्थायी राजस्व प्राप्त हुआ।

अमृत सरोवर से पर्यावरण संरक्षण
अमृत सरोवर योजना के तहत तालाब का सौंदर्यीकरण, पौधारोपण, जॉगिंग ट्रैक और मत्स्य पालन जैसी पहलें कर पर्यावरण संरक्षण को नया जीवन मिला है। इस कदम से स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिला और गाँव की सुंदरता में वृद्धि हुई।
रिसोर्स रिकवरी सेंटर से “कचरे से कमाई”
ग्राम पंचायत ने रिसोर्स रिकवरी सेंटर (RRC) में स्व-सहायता समूह की महिलाओं को वर्मी कम्पोस्ट निर्माण से जोड़कर “कचरे से कमाई” का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह पहल ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर है।

डिजिटल लाइब्रेरी से शिक्षा को नया आधार
पंचायत परिसर में स्थापित डिजिटल लाइब्रेरी विद्यार्थियों को निःशुल्क अध्ययन की सुविधा प्रदान कर रही है।
इस सुविधा से ग्रामीण बच्चों को डिजिटल शिक्षा तक पहुंच मिली है और उनके ज्ञान में वृद्धि हुई है।

पंचायत के बढ़ते राजस्व की कहानी
वित्तीय वर्ष 2025-26 में पंचायत ने ₹60,000 का Own Source Revenue (OSR) उत्पन्न किया,
जबकि पिछले वर्ष यह राशि ₹1,20,000 थी। ग्रामीणों में सेवा शुल्क भुगतान के प्रति जागरूकता बढ़ी है
और समुदाय का भरोसा पंचायत पर और मजबूत हुआ है।
ग्राम प्रधान का नेतृत्व और प्रशासनिक समर्थन
ग्राम प्रधान श्री सन्त प्रकाश स्वर्णकार ने दिखाया है कि यदि संकल्प और दूरदृष्टि हो, तो गांव स्वच्छ, सशक्त
आत्मनिर्भर बन सकता है।
पंचायती राज मंत्री श्री ओम प्रकाश राजभर जी ने कहा —“ग्राम पंचायत आलापुर खेड़ा ने अपनी योजनाओं
नवाचारों से यह साबित किया है कि इच्छाशक्ति और पारदर्शिता से सीमित संसाधनों में भी बड़ा परिवर्तन संभव है।
हमारा लक्ष्य है उत्तर प्रदेश की हर पंचायत आलापुर खेड़ा की तरह आत्मनिर्भर बने।”
निदेशक, पंचायती राज विभाग श्री अमित कुमार (IAS) ने कहा —“आरओ प्लांट, रिसोर्स रिकवरी सेंटर और डिजिटल लाइब्रेरी
जैसी पहलें न केवल राजस्व सृजन कर रही हैं, बल्कि ग्रामीणों के जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार ला रही हैं।”





