यूपी के पिछले कुछ महीनों में अचानक हार्ट अटैक आने से कई लोगों की जान गई है। इसमें डांस एक्सासाइज के दौरान भी कई लोग हृदयाघात की वजह से काल के गाल में समा गए। हार्ट अटैक में मरने वालों में ज्यादातर युवा हैं। ऐसे में कार्डिएक अरेस्ट से जान बचाने के लिए अब सरकारी भवनों व माल में शाक मशीन लगाई जाएगी।
सचिवालय सहित सभी सरकारी भवनों और माल में किसी भी व्यक्ति के अचानक हृदयाघात (कार्डिएक अरेस्ट) होने पर उन्हें तत्काल शाक देकर जान बचाई जा सकेगी। इन सभी भवनों में आटोमेटेड एक्सटर्नल डिफाइब्रिलेटर मशीन लगाई जाएगी। इस मशीन को शाक मशीन भी कहते हैं।
हृदयाघात होने पर व्यक्ति को प्राथमिक उपचार देने के लिए यह व्यवस्था की जा रही है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की ओर से सभी विभागों को यह निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि एक अगस्त से लोक भवन, इंदिरा भवन, शक्ति भवन इत्यादि सरकारी भवनों में इस मशीन के लगाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। कार्डिएक अरेस्ट होने पर व्यक्ति का दिल अचानक धड़कना बंद हो जाता है।
इससे मस्तिष्क और अन्य अंगों को रक्त की आपूर्ति में कमी आ जाती है। कई बार व्यक्ति बेहोश हो जाता है और उसकी जान भी जा सकती है। ऐसे में इस मशीन के माध्यम से शाक देने से दिल दोबारा धड़कना शुरू कर देता है। इससे व्यक्ति को तत्काल पास से अस्पताल भेजने का समय मिल जाता है और उसकी जान बच जाती है। यह इलेक्ट्रिक शाक सीपीआर देने से बेहतर होता है।