- आर्थिक उछाल – महाकुंभ के दौरान मथुरा के व्यापारियों, होटल व्यवसायियों और रेस्तरां मालिकों को बड़ा फायदा हुआ।
- पर्यटन में जबरदस्त बढ़ोतरी – ब्रज क्षेत्र में महाकुंभ स्नान के बाद हजारों श्रद्धालु दर्शन और यात्रा के लिए पहुंचे।
- होटल-ढाबों की बढ़ी कमाई – रेस्टोरेंट, होटल, ढाबे और चाय-नाश्ते की दुकानों पर भीड़ बढ़ने से कारोबार को नई ऊंचाई मिली।
- परिवहन क्षेत्र को फायदा – यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-दिल्ली हाईवे पर वाहनों की संख्या में भारी इजाफा हुआ।
- होली पर भी बढ़ेगी भीड़ – अब होली के अवसर पर भी मथुरा में श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
महाकुंभ 2025 ने मथुरा की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है। 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चले महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे, जिनमें से बड़ी संख्या में भक्त ब्रज क्षेत्र भी आए। इससे होटल, रेस्टोरेंट, ढाबे और चाय-नाश्ते की दुकानों पर जबरदस्त भीड़ देखी गई, जिससे व्यापारियों को भारी लाभ हुआ।

महाकुंभ का आर्थिक प्रभाव
- यमुना एक्सप्रेसवे के टोल पर सात हजार अतिरिक्त वाहन प्रतिदिन गुजरे।
- आगरा-दिल्ली हाईवे स्थित टोल से भी समान संख्या में वाहनों की आवाजाही बढ़ी।
- अकेले मथुरा परिवहन निगम ने 6.80 लाख रुपये की अतिरिक्त आय अर्जित की।
- स्थानीय व्यापारियों के अनुसार, महाकुंभ के बाद अब होली के कारण भी व्यापार में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान की सुरक्षा का जायजा
महाकुंभ के दौरान और होली के मद्देनजर, श्रीकृष्ण जन्मस्थान की सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। गुरुवार को एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ और आइजी दीपक कुमार ने जन्मस्थान पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया।

सुरक्षा व्यवस्था को तीन जोन में विभाजित किया गया:
- रेड जोन: श्रीकृष्ण जन्मस्थान व शाही ईदगाह क्षेत्र।
- यलो जोन: बाहरी क्षेत्र।
- ग्रीन जोन: अन्य स्थान।
पुलिस लाइन और थानों का वार्षिक निरीक्षण
एडीजी और आइजी ने पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड का निरीक्षण किया और पुलिसकर्मियों को शारीरिक दक्षता बढ़ाने के लिए दौड़ करवाई। साथ ही, डॉग स्क्वायड, पीआरवी वाहनों और उनके उपकरणों का निरीक्षण भी किया गया। इसके अलावा, 19 शौचालयों का जीर्णोद्धार भी किया गया।
अधिकारियों ने रिफाइनरी थाने का वार्षिक निरीक्षण करते हुए वहां के अभिलेखों, महिला हेल्पडेस्क, मालखाना, हवालात, विवेचना कक्ष, मैस और बैरक का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान स्थानीय नागरिकों से संवाद कर उनकी समस्याएं भी सुनीं।
आगे की रणनीति
- होली के अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या में और बढ़ोतरी होने की संभावना है, जिसके मद्देनजर सुरक्षा को और कड़ा किया जाएगा।
- पुलिस प्रशासन सभी प्रमुख स्थानों पर सख्त निगरानी रखेगा।
- व्यापारियों और परिवहन विभाग को उम्मीद है कि होली के कारण मथुरा में आर्थिक गतिविधियां और तेज होंगी।
इस ऐतिहासिक महाकुंभ ने मथुरा की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को भी नए सिरे से मजबूत किया है।