उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार अब मानव जनित आपदाओं को रोकने पर भी फोकस कर रही है। इन आपदाओं से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रदेश के हर पुलिसकर्मी व एसडीआरएफ को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सुरक्षित शरण स्थलों के साथ इलाज के लिए दो अस्पताल भी चिन्हित किए जाने के भी निर्देश दिए हैं।
प्राकृतिक आपदाओं के साथ योगी सरकार अब मानव जनित आपदाओं की रोकथाम और बचाव के उपायों पर जोर देगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रासायनिक, जैविक, विकिरणीय और नाभिकीय आपदाओं (केमिकल, बायोलाजिकल, रेडियोलाजिकल व न्यूक्लियर/सीबीआरएन डिजास्टर) से निपटने के लिए कारगर कदम उठाने का निर्देश दिया है। कारखानों में विषैली गैस या रसायनों के लीक होने की घटनाएं आए दिन घटती रहती हैं।
परमाणु संयंत्रों में भी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। मुख्यमंत्री ने बीते दिनों प्रदेश में आपदा प्रबंधन की समीक्षा की थी जिसमें उनका फोकस प्राकृतिक आपदाओं के साथ मानव जनित आपदाओं की रोकथाम पर भी था। मानव जनित आपदाओं से बचने के लिए उन्होंने प्रदेश में सुरक्षित शरण स्थलों को चिन्हित करने का निर्देश दिया है। चूंकि कोई भी आपदा होने पर सबसे पहले पुलिसकर्मी ही मौके पर बचाव व राहत कार्य के लिए पहुंचते हैं।