प्रचार का अंतिम दिन: प्रत्याशी झोंकेंगे पूरी ताकत, 19 को शांतिपूर्ण जनसंपर्क की अनुमति
करहल विधानसभा उपचुनाव का चुनाव प्रचार आज, 18 नवंबर, शाम 5 बजे बंद हो जाएगा। प्रचार के अंतिम दिन प्रत्याशी और उनके समर्थक पूरी ताकत के साथ मतदाताओं को रिझाने में जुटे हैं। इस उपचुनाव में मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच है, जबकि कुल सात प्रत्याशी मैदान में हैं।
19 नवंबर को शांतिपूर्ण जनसंपर्क
जिला निर्वाचन अधिकारी अंजनी कुमार सिंह और उप जिला निर्वाचन अधिकारी नीरज द्विवेदी के अनुसार, प्रत्याशी 19 नवंबर को बिना किसी शोर-शराबे के घर-घर जाकर जनसंपर्क कर सकते हैं।
मुख्य प्रत्याशी और चुनाव चिन्ह
- अनुजेश प्रताप सिंह (भाजपा) – कमल
- तेज प्रताप सिंह (सपा) – साइकिल
- डॉ. अवनीश कुमार (बसपा) – हाथी
- सचिन पिपिल – बल्ला
- सुनील कुमार – अलमारी
- प्रदीप – केतली
- विवेक यादव – चारपाई
प्रशासन की तैयारियां पूरी
उपचुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण बनाने के लिए प्रशासन ने सभी जरूरी तैयारियां कर ली हैं। मतदान कर्मियों और मतगणना अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। 19 नवंबर को नवीन मंडी से मतदान पार्टियों को रवाना किया जाएगा।
करहल विधानसभा का ऐतिहासिक सफर
करहल विधानसभा का गठन 1957 में स्वतंत्र सीट के रूप में हुआ था। पहला चुनाव प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के नत्थू सिंह ने जीता था। यह सीट कई वर्षों तक आरक्षित रही और 1974 में इसे सामान्य कर दिया गया।
20 नवंबर को मतदान
करहल विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा। यह चुनाव सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद हो रहा है, जिससे यह सीट खाली हुई थी। सपा इस सीट को बरकरार रखने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है, वहीं भाजपा इसे जीतकर नया इतिहास रचने की कोशिश कर रही है।