गोरखपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का भव्य आयोजन 25 या 26 नवंबर को होने की संभावना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इनमें से किसी एक दिन उपस्थित होकर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देंगे। कार्यक्रम की तैयारियां समाज कल्याण विभाग द्वारा तेज़ी से की जा रही हैं। हालांकि आयोजन स्थल का चयन अभी होना बाकी है।
इस वित्तीय वर्ष में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत पहली बार इस आयोजन का आयोजन किया जा रहा है। अब तक तीन हजार से अधिक युवतियों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। विकास खंड, नगर पंचायत, और नगर निगम स्तर से प्राप्त आवेदनों की गहन जांच की जा रही है। जिन युवतियों की शादी आवेदन के बाद हो चुकी है, उनके आवेदन निरस्त किए जा रहे हैं। साथ ही, आय और जाति प्रमाण पत्रों की भी जांच तेज़ी से की जा रही है।
इससे पहले, पिछले वित्तीय वर्ष में तीन बार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था, जिसमें सीएम योगी ने व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर नवदंपतियों को आशीर्वाद दिया था।
योजना का उद्देश्य और लाभ
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों की शादी और विधवा या तलाकशुदा महिलाओं के पुनर्विवाह में सहायता के लिए शुरू की गई है।
इस योजना के तहत:
- प्रत्येक विवाह पर 51,000 रुपये का व्यय किया जाता है।
- 35,000 रुपये युवती के खाते में सीधे हस्तांतरित किए जाते हैं।
- 10,000 रुपये जोड़े को आवश्यक सामान देने पर खर्च होते हैं।
- 6,000 रुपये आयोजन की व्यवस्थाओं में खर्च किए जाते हैं।
जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि स्थान चयन होते ही आयोजन स्थल पर टेंट लगाने का कार्य शुरू हो जाएगा।
सीबीएसई प्रमाणन कार्यक्रम में शिक्षकों को मिला प्रशिक्षण
भारत सरकार की पहल के तहत शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सीबीएसई ने गोरखपुर के जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल में दो दिवसीय प्रशिक्षक प्रमाणन कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें यूपी के विभिन्न हिस्सों से 76 शिक्षकों, प्रधानाचार्यों, और अकादमिक प्रमुखों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में प्रतिभागियों को नए विचार अपनाने और गतिशील शिक्षण माहौल तैयार करने के लिए प्रेरित किया गया। इस मौके पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को जीवंत कर दिया।
विद्यालय की प्रधानाचार्य ज्योत्सना रंजन ने शिक्षकों के पेशेवर विकास में इस तरह के कार्यक्रमों की भूमिका पर