UP के बड़े कारोबारियों में एक गैलेंट ग्रुप के यहां आईटी रेड में 200 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की बात सामने आ रही है। हालांकि अभी तक जांच जारी है। ऐसे में आईटी टीम ने भी आधिकारिक तौर पर कुछ भी बयान जारी नहीं किया है। ग्रुप के 60 से ज्यादा ठिकानों में छापेमारी की गई है। इसमें यूपी के अलावा बंगाल और गुजरात स्थित कंपनी के कार्यालय में कागज की जांच की गई है। लखनऊ और गोरखपुर मिलाकर करीब 12 जगहों पर यह छापेमारी की गई है।
कंपनी का मुख्य काम सरिया बनाना है। इनकम टैक्स विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि छापेमारी के दौरान कई अहम दस्तावेज मिले हैं। जिससे अभी तक करीब 200 करोड़ की टैक्स चोरी का मामला सामने आएगा। हालांकि यह चोरी अभी इससे बड़ी हो सकती है। कागजों के अलावा छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में कैश और बाकी ज्वैलरी वाले सामान भी मिले हैं।
लखनऊ में महानगर और सिंकदबार स्थित फ्लैट पर टीम पहुंची
लखनऊ में भी कंपनी के महानगर, सिकंदरबाग स्थित फ्लैट पर छापेमारी की गई। इसमें बुधवार सुबह से ही जांच चल रही है। इसमें जमीन से जुड़े कई कागजात मिले हैं। इसके अलावा कंपनी के मालिकों द्वारा किए गए निवेश का ब्यौरा भी आयकर विभाग जुटा रहा है। बताया जा रहा है कि सरिया कारोबार से जुड़े रहने के कारण कई बड़े बिल्डर के प्रोजेक्ट में भी कंपनी की तरफ से निवेश किया गया है। लखनऊ के अलावा गोरखपुर में गैलेंट के बैंक रोड स्थित कार्यालय, गीडा स्थित फैक्ट्री और बरगदवा इलाके में स्थित ग्रुप के प्रबंध निदेशक के आवास पर आईटी टीम पहुंची थी।
सूत्रों का कहना है कि गैलेंट के पार्टनर शोभित मोहनदास अग्रवाल के गोरखपुर स्थित आवास व दफ्तर में भी आईटी की टीम पहुंची थी। गैलेंट सरिया नाम से चल रही यह कंपनी गोरखपुर सेबी में पंजीकृत है। सेबी में पंजीकृत यह शहर की पहली कंपनी है। कंपनी का यूपी के अलावा गुजरात के कच्छ में भी फैक्ट्री है। सरिया कके अलावा गैलेंट नाम से गेहूं का आटा, सूजी, मैदा और चोकर बिजेनस भी है।